• वर्तमान सरकार का खिलवाड़
सामना संवाददाता / ठाणे
१०वीं और १२वीं कक्षा म़्के विद्यार्थियों के रिजल्ट आ चुके हैं। आगे की कक्षाओं की पढ़ाई के लिए एडमिशन प्रकिया शुरू हो गई है। वहीं प्रमाणपत्र मुहैया करवानेवाली महाऑनलाइन पोर्टल पिछले १० दिनों से बंद है। इसी वजह से प्रमाणपत्र का वितरण अभी तक नहीं हो पाया है। खुद को गतिमान सरकार कहनेवाली शिंदे-फडणवीस सरकार को विद्यार्थियों की शिक्षा से कोई लेना- देना नहीं है, ऐसा आरोप एनसीपी के ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे ने एक ट्वीट के माध्यम से लगाया है।
बता दें कि इस समय शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है और जगह-जगह प्रमाणपत्र वितरण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन दिन में महाऑनलाइन पोर्टल पूरी तरह से बंद रहने के कारण दस्तावेजों का वितरण नहीं हो पा रहा है। महाऑनलाइन पोर्टल बंद होने के कारण दस्तावेजों का कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया है। वेबसाइट ही बंद होने से छात्रों को परेशानी हो रही है। दिलचस्प बात यह है कि वेबसाइट को अपडेट करने का काम दिन में किया जाता है, वहीं वेबसाइट रात में कुछ समय के लिए चालू रहती है तथा कुछ समय में बंद हो जाती है। इसी वजह से छात्रों को आवश्यक आय प्रमाणपत्र और निवास प्रमाणपत्र नहीं मिल पा रहे हैं और इसकी कमी के कारण कॉलेज में उन्हें प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। ११वीं कक्षा में प्रवेश के लिए पहली सूची के अनुसार, प्रवेश की समयसीमा सोमवार को समाप्त हो गई है। वहीं कई छात्र प्रमाणपत्र की कमी के कारण प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं, ऐसा आरोप भी आनंद परांजपे लगाया है। आनंद परांजपे ने बताया कि सरकार का शिक्षा और विद्यार्थियों के भविष्य से कोई लेना-देना नहीं है। वर्तमान सरकार विद्यार्थियों की शिक्षा से खिलवाड़ कर रही है, ऐसा भी उन्होंने कहा।
विद्यार्थी-परिजन लगा रहे चक्कर
स्कूल और कॉलेज में एडमिशन के लिए छात्रों से तरह-तरह के सर्टिफिकेट की मांग की जा रही है। इससे विद्यार्थियों के साथ-साथ परिजनों को भी बार-बार तहसीलदार कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। निर्धारित अवधि में प्रमाणपत्र नहीं मिलने से विद्यार्थियों को स्कूल-कॉलेजों में प्रवेश पाने में बाधा उत्पन्न हो रही है इसलिए आनंद परांजपे ने यह भी मांग की है कि सरकार को छात्रों के साथ-साथ शैक्षणिक और अन्य परीक्षाओं के लिए प्रमाणपत्र जमा करने की समयसीमा ३ महीने और बढ़ानी चाहिए।