अनिल मिश्रा / बदलापुर
रेलवे, पार्किंग की अपर्याप्त व्यवस्था, पानी की कमी, रास्ते में बने गड्ढों, कचरा व्यवस्थापन, बिजली की आंखमिचौली, स्वास्थ्य, राज्य परिवहन सेवा की खस्ता हालत जैसी तमाम समस्याओं से बदलापुर के लोग बदहाल से हो गए हैं। बदलापुर में घाती सरकार की सारी यंत्रणा घटिया साबित हो रही है। इसके बावजूद बदलापुर की दशा और दिशा को बदलने में केंद्र, राज्य और नपा प्रशासन द्वारा योग्य कदम नहीं उठाया जा रहा है।
बदलापुर से मुरबाड, वांगनी, टिटवाला, बोसरपाडा जैसे तमाम ग्रामीण इलाकों के लिए एसटी बस सेवा शुरू है। ये बसें बदलापुर (प.) में बनाए गए बस स्टैंड से चलती हैं। राज्य सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, रोगियों और पुरस्कार विजेताओं के लिए रियायत तो दी गई है, परंतु बस सेवाएं अपर्याप्त हैं। बसों की स्थिति ठीक नहीं है और मरम्मत के अभाव में बसों के खिड़की और दरवाजे ठीक स्थिति में नहीं हैं। इतना ही नहीं, घाती सरकार के अधीन इस बस स्टैंड की हालत जर्जर और दयनीय है। हर तरफ गंदगी का वातावरण है। स्टैंड के सामने प्लास्टिक लगे बोर्ड के चीथड़े उड़ गए हैं। लाइट, पंखे, पानी की टंकी और शौचालय ठीक नहीं हैं। शौचालय सिर्फ नाम का है और उसकी साफ-सफाई के क्या कहने? स्टैंड में व्याप्त कचरे और गंदगी की सफाई कई दिनों तक नहीं होती है। बदलापुर के बस स्टैंड पर केवल आठ घंटों तक स्टैंड प्रमुख रहते हैं। उसके बाद स्टैंड लावारिस हो जाता है। सुरक्षारक्षक न होने के कारण देर रात परिसर नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है।