मुख्यपृष्ठनए समाचारअनर्थ : ‘बिपरजॉय’ से लगेगी, रु. ५० हजार करोड़ की चपत

अनर्थ : ‘बिपरजॉय’ से लगेगी, रु. ५० हजार करोड़ की चपत

अरब सागर में उठा ताकतवर तूफान ‘बिपरजॉय’ कल गुरुवार को गुजरात से टकराया। इस दौरान १२५ से १५० किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही थीं। इसे देखते हुए सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था। इस तूफान के कारण गुजरात के तटीय इलाकों में भारी तबाही मची है। इस तूफान से देश की अर्थव्यवस्था को करारी चपत भी लगी है। इसकी वजह है कि गुजरात के सभी बंदरगाह बंद हो गए हैं, जिससे निर्यात का कारोबार बंद हो गया है। जानकारों का मानना है कि करीब हफ्ते-दो हफ्ते तक काम ठप रहेगा। इससे २५ से ५० हजार करोड़ रुपए का नुकसान होने की संभावना है। इस तूफान के कारण मछुआरों, बंदरगाह व ऑयल रिग्स में काम करनेवालों की आजीविका प्रभावित हुई है। कंपनियों के निर्यात पर प्रभाव पड़ा है। देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सिक्का पोर्ट से डीजल और दूसरे ऑयल उत्पाद का निर्यात रोक दिया है। इस पोर्ट की रोजाना क्षमता ७,०४,००० बैरल है। यूरोप को डीजल के निर्यात में इस पोर्ट की अहम भूमिका है। रूस पर यूरोप यूनियन की बंदिशों के बाद एशियाई देशों से यूरोप का तेल का आयात बढ़ गया है। अडानी ग्रुप ने भी फिलहाल उस इलाके में अपना कामकाज बंद कर दिया है। अडानी के मुंद्रा पोर्ट को फिलहाल बंद कर दिया गया है। यह देश का सबसे बिजी कंटेनर हार्बर है। इसके साथ-साथ वडिनार और सिक्का के ऑयल पोर्ट को भी बंद कर दिया गया है। साथ ही कांडला, ओखा, बेदी, और नवलाखी बंदरगाहों में भी कामकाज बंद है। मुंद्रा देश का सबसे बड़ा कमर्शियल पोर्ट है। इसमें देश का सबसे बड़ा कोल इम्पोर्ट टर्मिनल भी है। तूफान के कारण गुजरात में आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।

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