सामना संवाददाता / मुंबई
दीपावली खुशियों का त्योहार है। शहरों में तो लोग हर तरह से दीपावली का आनंदोत्सव मनाते हैं, लेकिन शहर से दूर आदिवासी क्षेत्र में जाकर उनके साथ यह उत्सव मनानें का आनंद ही कुछ और है। मुंबई की सामाजिक संस्था के अध्यक्ष आनंद मवानी बताते हैं कि पिछले 18 वर्षों से इगतपुरी के दूर-दराज में जाकर आदिवासी परिवारों के साथ इस तरह का उत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष इगतपुरी के दूरदराज गांव करांची वाडी के लोगों को मिठाई, फलहार तथा कपड़ा वितरण का यह कार्य आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में प्रभु नयन फाउंडेशन के साथ-साथ इगतपुरी की सामाजिक संस्था सांई सहाय समिति का भी सहयोग मिला। प्रभु नयन फाउंडेशन के अध्यक्ष आनंद मवानी बताते हैं कि मानव सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है, इसलिए हम हमारी संस्था के माध्यम से दूरदराज के गांवों में जाकर उन लोगों की सेवा करते हैं। इसलिए हमारी संस्था के माध्यम से समय-समय पर स्कूली बच्चों को गणवेश, शिक्षा सामग्री, बरसात में रेनकोट तथा छत्री का वितरण करते हैं। एक करंजी मोला ची कार्यक्रम अवसर पर सांई सहाय समिति के अध्यक्ष राजू देवलेकर, राहुल लाभाणे, नितिन चांदवणकर, मयूरेश परदेशी, निखिल कर्पे, मितांश घाटकर, परी परदेशी सहित गांव के बच्चे, महिलाएं तथा गांव के लोग उपस्थित थे।