सामना संवाददाता / मुंबई
अगर हिम्मत है तो ठाणे, नई मुंबई, कल्याण-डोंबिवली, नागपुर, नासिक सहित अन्य महानगरपालिकाओं में हुए भ्रष्टाचार की भी जांच कराओ। इन शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के विधायक आदित्य ठाकरे ने ‘ईडी’ सरकार को चुनौती दी है। वैâग की रिपोर्ट के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह सब राजनीति है। मुंबई को बदनाम करने की साजिश है और मुंबई मनपा को खत्म करने की कोशिश है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि सीएम यानी करप्ट मैन उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है? मुंबई की संस्थाओं को दूसरे राज्यों में ले जाना और मुंबई का पैसा दिल्ली को पहुंचाने का षड्यंत्र है। हमें हमारे कर्तव्यों का अहसास है, इसीलिए जनता ने हमें मुंबई मनपा में २५ वर्षों तक चुना। आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार मुंबई मनपा के भ्रष्टाचार की अवश्य जांच करे, लेकिन यह भी ध्यान रखें कि उन दिनों नगर विकास मंत्री और आयुक्त कौन था? हमने मुंबई मनपा में हुए सैनेटरी नैपकिन, फर्नीचर घोटाले का खुलासा किया, लेकिन उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? राज्य की बड़ी परियोजनाओं को छीनकर अन्य राज्यों में ले जाया जा रहा है। वेदांता-फॉक्सकॉन, एअरबस, बल्क ड्रग पार्क, सेप्रâॉन जैसी बड़ी परियोजनाएं राज्य से छीन ली गर्इं।
यह अल्पायु सरकार
आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य के बजट से लोगों को निराशा हाथ लगी है। महिलाओं और युवाओं को कुछ हासिल नहीं हुआ है। इस सरकार पर किसी का भरोसा नहीं है। यह अल्पायु सरकार है। हम सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ रहे हैं। हमने बिना खलल डाले सदन चलाने में सहयोग दिया, ताकि जनता को न्याय दिला सकें। लेकिन पूरी वैâबिनेट नहीं होने के कारण किस विभाग की जिम्मेदारी किस मंत्री के पास है, पता ही नहीं चल रहा था। उच्च सदन में अलग मंत्री के पास चार्ज, निचले सदन में किसी और मंत्री के पास चार्ज। ४० की गैंग का कहीं अता-पता नहीं था।
अब सत्ताधारी कर रहे प्रदर्शन
आदित्य ठाकरे ने कहा कि एक साल में मैंने सत्ता व विपक्ष में काम किया, लेकिन ऐसी भयानक तस्वीर कभी नहीं देखी। विधान भवन में जो कुछ हुआ वह पहले कभी देखने को नहीं मिला। हमारे आंदोलन जनता को न्याय के दिलाने के लिए होते थे। अब तो सत्ताधारी विधान भवन की सीढ़ियों पर आकर प्रदर्शन कर रहे हैं और व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहे हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हिंदुत्व को लेकर शिवसेना की भूमिका स्पष्ट है। हमने कांग्रेस-एनसीपी से कामन मिनिमम प्रोग्राम के तहत गठबंधन किया। संविधान और लोकतंत्र के लिए हम साथ आए। डबल इंजन में से एक इंजन फेल हो गया है। इससे महाराष्ट्र पीछे चला गया है। जनता की उम्मीदों पर खरा न उतरने के कारण मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए।