सामना संवाददाता / बेगूसराय
बिहार में दबंगों की दबंगई इस कदर बढ़ गई है कि यहां आए दिन दबंगों के काले कारनामे सुनने को मिल रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद बिहार की नीतीश सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। दरअसल, यहां के बेगूसराय में एक बेहद चौंकानेवाली घटना सामने आई है। यहां के एक निजी विद्यालय के तकरीबन २५० बच्चे विद्यालय में ही कैदी बनकर रह गए हैं। वे न तो अपने घर जा पा रहे हैं और न ही उनके परिजनों से उनकी मुलाकात हो रही है। एक सप्ताह से ये सारे बच्चे विद्यालय में ही दयनीय अवस्था में हैं। वहीं विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा पुलिस में शिकायत करने के बावजूद भी अब तक छात्रों की मुक्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
हाल के दिनों में गांव के ही कुछ दबंगों द्वारा स्कूल का रास्ता कई जगह से अवरुद्ध कर दिया गया। बुलडोजर के माध्यम से स्कूल के गेट को जाम किया गया है। साथ ही साथ विद्यालय परिसर तक पहुंचने वाले रास्ते में कई जगह गड्ढे खोद दिए गए हैं, जिसकी वजह से आवासीय विद्यालय में रहने वाले छात्र बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
मूकदर्शक बना प्रशासन
इस बारे में विद्यालय के प्राचार्य सहित विद्यालय प्रबंधन कृष्ण मुरारी का कहना है कि गांव के दबंगों द्वारा विद्यालय की पढ़ाई बाधित करने के लिए कई बार ऐसे प्रयास किए गए हैं और रास्ते को अवरुद्ध किया गया है। पुलिस में शिकायत करने के बावजूद पुलिस द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जाती है और सिर्फ खानापूर्ति कर पल्ला झाड़ लिया जाता है, जिससे कि दबंगों के हौसले बुलंद हैं और वे लगातार दबंगई करते नजर आ रहे हैं।