मुख्यपृष्ठनए समाचारमुख्यमंत्री के शहर ठाणे में `ड्रग्स का डोज'...गांजा बिकता है रोज!

मुख्यमंत्री के शहर ठाणे में `ड्रग्स का डोज’…गांजा बिकता है रोज!

ठाणे पुलिस प्रतिदिन जप्त करती है डेढ़ किलो गांजा
पंकज तिवारी / ठाणे
ड्रग्स के डोज से युवाओं और स्कूली छात्रों को बचाना बहुत जरूरी है, क्योंकि एक व्यक्ति को नशे की लत लगते ही पूरा परिवार टूटकर बिखर जाता है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री के शहर ठाणे में गांजे की तस्करी जोरों पर शुरू है। पुलिस तस्करी को रोकने के लिए निरंतर कार्रवाई कर अम्लीय पदार्थ जप्त करती है। ठाणे पुलिस के मुताबिक, पुलिस रोजाना डेढ़ किलो गांजा जप्त करती है, जो भविष्य के लिए खतरा बन सकता है।
बता दें कि मुंबई और नई मुंबई शहर से जुड़ा ठाणे शहर अम्लीय पदार्थों की तस्करी के लिए सुरक्षित साबित होता है। मुंबई और नई मुंबई शहर को नशे की खेप पहुंचाने के लिए तस्करों ने ठाणे को अपना अड्डा बना लिया है। ठाणे पुलिस निरंतर इन तस्करों पर लगाम लगाते हुए कार्रवाई करती है लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला है। ठाणे पुलिस आयुक्तालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, १ जनवरी २०२३ से २४ मार्च २०२३ के बीच पुलिस ने कुल १०० मामले दर्ज किए हैं। इसमें से १० मामलों में पुलिस ने १४० किलो गांजा जप्त किया है। १ किलो चरस तथा ३८८ ग्राम मेफेड्रिन भी जप्त किया गया है, जिसकी कुल कीमत ३९ लाख, ५६ हजार ८५५ रुपए है। अतिरिक्त आयुक्त अशोक मोराले ने बताया कि पुलिस निरंतर तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी कर अम्लीय पदार्थ जप्त करने साथ ही उनके अन्य ठिकानों को ध्वस्त करती है।
मेफेड्रिन है पार्टी ड्रग्स
मेफेड्रिन एक पार्टी ड्रग्स है। इसका सेवन अधिकतर लोग पार्टियों में करते हैं। इसका सेवन करनेवाले व्यक्ति को लगभग १६ घंटे तक नशा रहता है। सेवन करनेवाले व्यक्ति को मानसिक बीमारियां होने का खतरा होता है।

आसानी से मिल जाता है
ठाणे पुलिस ने बताया कि गांजा एक ऐसा अम्लीय पदार्थ है, जो नशेड़ियों को आसानी से मिल जाता है। साथ ही अन्य अम्लीय पदार्थ की तुलना में यह सस्ता भी होता है इसलिए अधिकतर मामले गांजे से जुड़े होते है। गांजे का सेवन करनेवाला व्यक्ति कम से कम दो से ढाई घंटे नशे में रहता है।

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