‘एआई’ का कर सकता है इस्तेमाल
ताइवान में कर चुका है ट्रायल
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
देश में लोकसभा चुनाव का चुनाव प्रचार शुरू हो गया है। ऐसे में भारत में होनेवाले इस चुनाव में ‘ड्रैगन’ डंक मार सकता है। इसके लिए वह एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का इस्तेमाल कर सकता है। यह चेतावनी कंप्यूटर तकनीक की शीर्ष कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने दी है।
माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी जारी की है कि चीन इस साल एआई से बने कंटेंट का उपयोग करके भारत में होने वाले चुनावों में हेर-फेर करने की कोशिश करेगा। भारत के अलावा वह अमेरिका और दक्षिण कोरिया में भी ऐसा कर सकता है। इससे पहले ताइवान में ऐसा ट्रायल हो चुका है। अमेरिकी टेक फर्म ने शुक्रवार को अपनी थ्रेट इंटेलिजेंस टीम की एक रिपोर्ट में कहा कि उसे २०२४ में हाई-प्रोफाइल चुनावों को टार्गेट करने के लिए उत्तर कोरिया की भागीदारी के साथ चीनी राज्य समर्थित साइबर समूहों की आशंका है। रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट को उम्मीद है कि चीन इन चुनावों को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एआई जनरेटेड कंटेंट बनाएगा और इंटरनेट पर पैâलाएगा। कंपनी ने आगाह किया कि एआई से बने कंटेंट के साथ चीन का प्रयोग आने वाले वक्त में प्रभावी साबित हो सकता है। रिपोर्ट में जनवरी के दौरान ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की चीन की कोशिश का भी जिक्र किया गया है। यह किसी देश के द्वारा समर्थित इकाई के द्वारा विदेशी चुनाव को प्रभावित करने के लिए एआई कंटेंट का उपयोग करने का पहला उदाहरण है। ‘स्टॉर्म १३७६’ के नाम से जाना जाने वाला बीजिंग समर्थित ग्रुप ताइवानी चुनाव के दौरान सक्रिय था, कुछ उम्मीदवारों को बदनाम करने के लिए एआई-जनरेटेड मीम्स और नकली ऑडियो कंटेंट का प्रसार कर रहा था। इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट ने यह भी कहा कि चीनी समूह अमेरिका में विभाजनकारी सवाल उठाने और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले प्रमुख मतदान जनसांख्यिकी पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग करता है। बता दें कि यह रिपोर्ट चीनी साइबर ऑपरेटरों के कारण साइबर सुरक्षा उल्लंघनों के हालिया खुलासे से कुछ हद तक मेल खाता है। पिछले महीने, अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों ने चीन समर्थित हैकर्स पर राजनेताओं, पत्रकारों और बिजनेसमेन्स को निशाना बनाते हुए एक लंबा साइबर अभियान चलाने का आरोप लगाया था। माइक्रोसॉफ्ट की चेतावनी चुनावी हस्तक्षेप में एआई के उपयोग के बारे में बढ़ती चिंताओं और ऐसे खतरों के खिलाफ कड़ी सतर्कता की जरूरत की तरफ ध्यान खींचती है। बता दें कि भारत में लोकसभा का पूरा चुनाव ७ फेज में होगा। पहले चरण की वोटिंग १९ अप्रैल को होगी। देशभर में इलेक्शन की प्रक्रिया ४३ दिन तक चलेगी, जबकि ४ जून को नई सरकार का एलान हो जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि १९ अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होगी, जबकि दूसरा चरण २६ अप्रैल, तीसरा ७ मई, चौथा चरण १३ मई, पांचवां फेज २० मई, छठवां फेज २५ मई और सातवें चरण का मतदान १ जून को होगा।