सामना संवाददाता / नई दिल्ली
चीन अपने देश के नागरिकों पर नजर रखने के लिए तमाम तरीके अपनाता है। इसके लिए कई तरह के फीचर कैमरे भी बनाता है। अमेरिका स्थित आईपीवीएम (इंटरनेट प्रोटोकॉल वीडियो मार्केट) की एक रिपोर्ट ने चीन की नई पोल खोली है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी निगरानी उपकरण निर्मात दहुआ कंपनी यूरोप में ‘स्किन के कलर का विश्लेषण’ करने वाले कैमरे बेच रहा है।
उइगरों की निगरानी
फरवरी २०२१ में आईपीवीएम और लॉस एंजिल्स टाइम्स ने बताया कि दहुआ ने चीनी पुलिस को रियल टाइम पर उइगर मुस्लिमों के खिलाफ चेतावनी देने वाला एक वीडियो निगरानी प्रणाली प्रदान की थी। यह प्रणाली भौहों के आकार, त्वचा का रंग और जातीयता से उइगर लोगों की पहचान कर सकती थी। आईपीवीएम की २०१८ की सांख्यिकीय रिपोर्ट से पता चलता है कि २०१६ के बाद से दहुआ और एक अन्य चीनी वीडियो निगरानी कंपनी हिकविजन ने चीन के शिनजियांग प्रांत की सरकार से १ बिलियन अमरीकी डॉलर के कॉन्ट्रेक्ट प्राप्त किए हैं।
त्वचा की रंग से इंसानों की पहचान
रिपोर्ट के अनुसार, मानव शरीर की विशेषताओं के लिए दहुआ के आईसीसी ओपन प्लेटफॉर्म गाइड में त्वचा के रंग को शामिल किया है जिसे दहुआ ‘डेटा डिक्शनरी’ कहता है। कंपनी का कहना है कि त्वचा के रंग के प्रकार जिन्हें दहुआ वैâमरे के एनालिटिक्स टारगेट करेंगे, वे पीले, काले और सफेद हैं। वॉइस ऑफ इंडिया (वीओए) की रिपोर्ट के अनुसार, वीओए मंदारिन ने दहुआ की चीनी वेबसाइट पर इसकी पुष्टि की।
यूरोप की चिंता बढ़ी
आईपीवीएम की रिपोर्ट में कहा गया है कि दहुआ तीन यूरोपीय देशों में स्किन कलर एनालिटिक्स फीचर वाले कैमरे बेच रहा है। जर्मनी, प्रâांस और नीदरलैंड्स में से प्रत्येक का हाल ही में नस्लीय तनाव का इतिहास रहा है। इसकी त्वचा टोन विश्लेषण क्षमता निगरानी प्रौद्योगिकी में एक आवश्यक तत्व है। कई पश्चिमी देशों में चेहरे की पहचान के लिए निगरानी प्रौद्योगिकियों में त्वचा के रंग के कारण होने वाली गलतियों पर लंबे समय से विवाद रहा है। निगरानी कैमरों में त्वचा के रंग की पहचान करना मानवाधिकार और नागरिक अधिकारों की चिंताओं को बढ़ाता है।
चीनी कंपनी ने किया बचाव
वीओए मंदारिन ने ३१ जुलाई की आईपीवीएम की रिपोर्ट के आधार पर बताया है कि चीनी कंपनी दहुआ ने अपने कैमरे को स्मार्ट सुरक्षा समाधान की बुनियादी विशेषता वाला बताते हुए इसका बचाव किया है। वीओए अमेरिका का राज्य स्वामित्व वाला न्यूज नेटवर्क है और अंतरराष्ट्रीय रेडियो प्रसारक भी है। यह दुनियाभर में साझा की जाने वाली डिजिटल, टीवी और रेडियो सामग्री का निर्माण करता है।