सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के हाउसिंग मार्वेâट में एक चिंताजनक ठहराव दिखाई दे रहा है, क्योंकि साल २०२४ की जुलाई-सितंबर तिमाही में घरों की बिक्री और नई लॉन्चिंग दोनों में गिरावट दर्ज की गई है। प्रॉपटाइगर डॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में घरों की बिक्री में १ फीसदी की मामूली गिरावट दर्ज हुई है, जबकि नए लॉन्चिंग में १३ फीसदी की कमी आई है। बढ़ती कीमतों के कारण खरीदने की क्षमता पर असर पड़ा है, जिससे बाजार की गति कमजोर हो रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, २०२३ की तीसरी तिमाही में मुंबई में ३०,२९९ यूनिट्स बेची गई थीं, जबकि २०२४ की इसी अवधि में यह आंकड़ा घटकर ३०,०१० यूनिट्स पर आ गया। इससे स्पष्ट है कि भारत के सबसे बड़े रियल एस्टेट बाजार में भी बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। यह गिरावट तब आई है जब कीमतों में ३ज्ञ् से लेकर ५०ज्ञ् तक की वृद्धि देखी जा रही है, जिससे मुंबई के आम खरीदारों के लिए घर खरीदना और भी मुश्किल हो गया है।
मुंबई में नए रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग में भी १३ फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। २०२३ की तीसरी तिमाही में ३५,९२३ नई यूनिट्स लॉन्च की गई थीं, जो २०२४ की तीसरी तिमाही में घटकर ३१,१२३ यूनिट्स रह गर्इं। यह गिरावट डेवलपर्स की घटती दिलचस्पी और बढ़ती निर्माण लागत के कारण हो सकती है। आरईए इंडिया के सीएफओ विकास वाधवा का कहना है कि कीमतों में तेज वृद्धि और उपभोक्ताओं की घटती सामर्थ्य के चलते नए लॉन्च और बिक्री दोनों में गिरावट दर्ज की गई है। त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन मार्वेâट ठंडा पड़ा है।