सामना संवाददाता / भायंदर
जल आपूर्ति एवं सीवरेज विभाग उन सोसाइटियों का सर्वेक्षण कर रही है, जहां जलजमाव के चलते पानी पीनेवाली टंकियों में बारिश का दूषित पानी घूस गया है। जल आपूर्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता शरद नानेगांवकर ने बताया कि मनपा आयुक्त दिलीप ढोले के निर्देश पर मीरा-भायंदर की उन सभी रहिवासी इमारतों का सर्वेक्षण किया जा रहा है, जहां भारी बारिश के कारण टैंक में बारिश का पानी घुस गया था। विभाग के इंजीनियरों के माध्यम से वहां टैंकों की सफाई के लिए क्लोरीन पाउडर उक्त सोसाइटी के पदाधिकारियों को उपलब्ध कराया गया। साथ ही वहां पर मनपा टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति भी की जा रही है। मीरा-भायंदर शहर की इमारतों में क्लोरीन पाउडर की आपूर्ति और इसकी मात्रा, विधि और उपयोग निर्दिष्ट करने का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। मनपा आयुक्त ढोले इससे पहले शहर में पानी की आपूर्ति करने वाले स्टेम प्राधिकरण और महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) के प्रतिष्ठानों को उनके द्वारा आपूर्ति किए जानेवाले पानी में क्लोरीन की उचित मात्रा बनाए रखने के लिए सूचित कर दिया है। नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए शहर के प्रत्येक उच्च जल निकाय पर क्लोरीन की जांच की जा रही है,जिससे पानी की गुणवत्ता बनी रहे।