राधेश्याम सिंह / विरार
नायगांव बापाने मुख्य मार्ग पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे को लेकर नायगांव-पूर्व के नाराज रिक्शा चालकों ने मंगलवार सुबह से रिक्शाबंद आंदोलन कर दिया। सुबह काम पर निकलने वाले नागरिकों को रिक्शा नहीं मिलने से परेशानी उठानी पड़ी। ज्ञात हो कि नायगांव बापाने महामार्ग से जोड़ने वाली 5.2 किमी लंबी मुख्य सड़क नायगांवृपूर्व से होकर गुजरी है। इस सड़क से प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता है, लेकिन इस सड़क का उचित रख-रखाव नहीं होने के कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इस गड्ढे में से होकर रिक्शा चालकों सहित वाहन चालकों को गड्ढे की वजह से हर समय एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है ।
इस क्षेत्र में स्थानीय रिक्शा चालकों के 750 रिक्शे हैं और वे सुबह 3 बजे से रात्रि 2.30 बजे तक आने-जाने वाले यात्रियों को जहां जाना है, वहां पर लेजाकर उनको छोड़ते हैं। रोड पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढों की वजह से आने-जाने वाले वाहन चालकों को हर समय दुर्घटना का भय बना रहता है। वहीं दिन भर इसी रास्ते पर रिक्शा चलाने वाले रिक्शा चालकों को बड़ी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। हर रोज किसी न किसी वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं और गाड़ियां क्षतिग्रस्त भी हो रही हैं। बार-बार शिकायत करने के बाद भी महानगरपालिका और लोक निर्माण विभाग के माध्यम से मरम्मत नहीं कराए जाने से नाराज रिक्शा मालिक संघ ने मंगलवार की सुबह तीन बजे से रिक्शाबंद आंदोलन शुरू कर दिया। रिक्शा चालकों को विभिन्न राजनीतिक दलों ने रिक्शा चालकों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने सड़क रोको आंदोलन में समर्थन किया।प्रदर्शनकारियों ने कई घंटे तक सड़क जाम रखा। यहां प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े रहे कि जब तक सड़क का जीर्णोद्धार नहीं हो जाता, तब तक वे धरना वापस नही लेंगे।
इसके बाद नायगांव थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश भामे ने मनपा अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत कराई। सहायक आयुक्त मनाली शिंदे (वॉर्ड समिति जी) और लोक निर्माण विभाग के उपायुक्त सुरेश शिंगाने, सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रशांत ठाकरे द्वारा सड़क मरम्मत एवं नवीनीकरण का कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया। रिक्शा चालकों द्वारा रिक्शा बंद आंदोलन के कारण सुबह में काम पर जाने वाले यात्रियों को ढाई से तीन किलोमीटर पैदल चलकर नायगांव स्टेशन जाना पड़ा। इस आंदोलन के चलते कुछ स्कूलों ने बच्चों को छुट्टी दे दी थी, ताकि स्कूली छात्रों को नुकसान न हो।
गौरतलब है कि बरसात के समय में वसई-विरार शहर की सभी सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से कई लोगों की वाहन दुर्घटना में जान जा चुकी है, वहीं रोड पर गड्ढे होने के कारण भी आने-जाने वाले नागरिकों को कठिनाइयों का समाना करना पड़ रहा है। वसई-विरार शहर महानगरपालिका आयुक्त अनिलकुमार पवार ने संबंधित विभागों को रोड पर हुए गड्ढे बुझाने का आदेश दिया है, जिसके बाद विभाग ने युद्धस्तर पर गड्ढे बुझाने का कार्य शुरू कर दिया है।