सामना संवाददाता / नई मुंबई
नई मुंबई शहर में लगभग २०० सार्वजनिक पार्क हैं। अधिकांश पार्क नेरुल और बेलापुर प्रभाग में हैं। शहर के पार्कों में मनपा की उपेक्षा के कारण बालगोपालों की सुरक्षा की समस्या पैदा हो गई है। पार्क में बच्चों की स्लाइड जर्जर हो चुकी है। कई जगहों पर शयनगृह, नेमप्लेट गायब हैं। इस बीच मनपा की ढिलाई के कारण वाशी के एक पार्क में बच्चे की मौत की घटना के बाद भी मनपा प्रशासन नहीं जागा है। नेरुल सेक्टर, १९, २१, २३, २५ क्षेत्र में कई पार्क हैं। और शंकराचार्य पार्क, जो सबसे बड़ा पार्क है वह मनपा और ठेकेदार द्वारा उपेक्षित है। इस पार्क में बच्चों के खेलने के लिए लगाई गई स्लाइड और बच्चों के बैठने की व्यवस्था टूट चुकी है इसलिए छोटे बच्चों को गंभीर चोट लगने की आशंका रहती है। यह पार्क बच्चों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी मनोरंजन के स्थान हैं और शहर के सभी पार्कों में सैर और व्यायाम के लिए हमेशा भीड़ रहती है।
८० करोड़ रुपए का प्रावधान
नई मुंबई मनपा के बजट में पार्क विभाग के लिए करीब ८० करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। हालांकि, शहर के पार्कों में खेल के मैदान के उपकरण कमोबेश टूटे हुए या क्षतिग्रस्त है इसलिए रख-रखाव और मरम्मत को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं।
नेरुल के शंकराचार्य उद्यान में खिलौने टूटे तो बदले जाएंगे, शहर के पार्कों में खिलौनों को लेकर उचित सावधानियां बरती जाएंगी।
– दिलीप नेरकर, उपायुक्त, उद्यान विभाग