सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में कल दही हंडी उत्सव की धूम रही। लेकिन इस बार गोविंदाओं को सुरक्षा का अभाव दिखाई दिया। जिसके कारण कल दही हंडी उत्सव के दौरान रात १० बजे तक १०६ गोविंदा शाम घायल हो गए थे। देर रात तक इनकी संख्या और बढ़ी होगी। बता दें कि मुंबई में करीब दो हजार स्थानों पर दही हंडी उत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें लाखों का पुरस्कार रखा गया था। ऐसे में पुरस्कार राशि जीतने और मटकियों को फोड़ने के लिए हजारों गोविंदाओं का तांता लगा रहा। इस बीच मटकी तोड़ने के लिए एक के ऊपर एक गोविंदा चढ़कर मानव पिरामिड बनाते और गिरते दिखे। इस कोशिश में मुंबई में रात १० बजे तक १०६ गोविंदा घायल हुए। खबर लिखे जाने तक इन सभी का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी था।
मनपा के प्रमुख अस्पतालों की निदेशक डॉ. नीलम आंद्राडे ने कहा कि इन घायल गोविंदाओं में से १५ को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इसके साथ ही १७ का ओपीडी में उपचार जारी था, जबकि ७४ को प्राथमिक इलाज कर छोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि सेंट जॉर्ज में ४, जीटी में एक, पोद्दार में १६, केईएम में १९, नायर में ८, सायन में ११, राजावाडी में ८, एमटी अग्रवाल में एक, कुर्ला भाभा में दो, गोवंडी के शताब्दी में ६, बांद्रा के भाभा अस्पताल में तीन, कांदिवली के शताब्दी अस्पताल में १०, वीएन देसाई में ४, लीलावती में एक, ट्रामा केयर में ५, वीर सावरकर अस्पताल में ३ और जेजे में २ गोविंदा का इलाज किया गया। मुंबई और आसपास के इलाकों मध्यम बारिश हो रही थी। इस वजह से तापमान में गिरावट आ गई थी।