• प्रशासन ने किया नकेल कसने का दावा
सामना संवाददाता / मुंबई
गणेश चतुर्थी का त्योहार करीब है तो ऐसे में मिठाइयों की दुकानों में मोदक की भरमार है। लेकिन मिठाइयों की आड़ में मिलावटखोरों की चांदी हो रही है। बाजारों में कई मिलावटी मिठाइयां बिक रही हैं तो ऐसे में मोदक संभलकर खाना होगा। इसे गंभीरता से लेते हुए मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने मुंबई में मावा और मिठाइयां बेचने वाले प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करने के लिए विशेष निरीक्षण अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत मिठाइयों में मिलावट करनेवाले मिलावटखोरों पर नकेल कसा जाएगा। साथ ही गणेशोत्सव, नवरात्रि, दशहरा, दिवाली और क्रिसमस जैसे त्योहारों की पृष्ठभूमि में मावा, मिठाई की दुकानों, मावा भण्डारण शीतगृहों का गहनता से निरीक्षण किया जाएगा। उक्त जानकारी मनपा में कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्षा शाह ने दी।
प्रतिष्ठानों का होगा निरीक्षण
जानकारी के अनुसार, मिठाई में सीधे कुछ नहीं मिलाया जाता है, बल्कि इसे बनाते वक्त इस्तेमाल होनेवाले दूध, मावा, चांदी के वर्क, चीनी या तेल में मिलावट की जाती है। जैसे चांदी के वर्क में एल्यूमिनियम मिला दिया जाता है। दूध में यूरिया, रंग, वाशिंग पाउडर मिला देते हैं। घी में चर्बी मिला दी जाती है। मावा में अरारोट, चीनी मिला दी जाती है। मिठाइयों में मिलावट को देखते हुए त्योहार के दौरान मुंबई में मावा-मिठाई बेचनेवाले प्रतिष्ठानों का मनपा का स्वास्थ्य विभाग निरीक्षण करेगा।
सावधानी बरतें खाद्य पदार्थ बेचनेवाले प्रतिष्ठान
कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्षा शाह के अनुसार, मनपा के सभी चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों और स्वच्छता निरीक्षकों को गणेशोत्सव, नवरात्रि, दशहरा, दिवाली और क्रिसमस त्योहारों की पृष्ठभूमि में एक सितंबर से ३१ दिसंबर तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
यदि मिठाई का बदल जाए रंग…
मनपा प्रशासन ने नागरिकों से अपील किया है कि यदि मिठाइयों का रंग बदल जाए, तेज गंध आए अथवा फंगस मिले तो ऐसी मिठाइयों का सेवन न करें। साथ ही यदि ऐसे पदार्थ मिलने पर वे मनपा के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के विभागीय चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के संज्ञान में लाएं।