-मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का बढ़ा बोझ
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
महाराष्ट्र के सरकारी खजाने पर मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का बोझ इस कदर पड़ रहा है कि महायुति सरकार ने अन्य मुफ्त योजनाओं पर वैंâची चलाए जाने की आशंका जताई जा रही है। बताया गया है कि लाडली बहन योजना के कारण सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ते जा रहा हैं। सूत्रों के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री व वित्तमंत्री अजीत पवार ने करीब एक लाख करोड़ रुपए बचाने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत योजनाओं को प्रभावित करने का पैâसला किया गया है। ऐसे में इसका सीधे असर गरीबों और जरूरतमंदों पर पड़ सकता है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ईडी २.० की यह वैâसी रणनीति है, जिस कारण उसे मजबूरी में इस तरह के पैâसले लेने पड़ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की महायुति सरकार वर्तमान में आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रही है। यह सरकार लाखों करोड़ों के कर्ज के बोझ तले दबी हुई है। लाडली बहन योजना के कारण सरकार पर एक बड़ा आर्थिक भार पड़ा है। ऐसे में अन्य मुफ्त योजनाओं में कटौती करके इस गणित को संतुलित करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, महायुति सरकार को सत्ता में लाने में लाडली बहन योजना की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसलिए कहा जा रहा है कि यह योजना बंद नहीं होगी, लेकिन ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि केवल जरूरतमंद और मानदंडों को पूरा करने वाली महिलाओं को ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
फर्जी लाभार्थियों को बाहर करने के लिए मुहिम
दूसरी तरफ योजना में फर्जी लाभार्थियों को बाहर करने के लिए मुहिम शुरू की गई है। ढाई करोड़ से अधिक महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है। इसलिए इसमें से अपात्र लाभार्थियों को बाहर करके सरकार आर्थिक बोझ को कम करने का प्रयास कर रही है। इसके तहत दो सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वाली पांच लाख महिलाओं को बाहर किया जाएगा।
गरीबों की कई योजनाओं पर मंडरा रहा खतरा
-आम जनता के लिए खड़ी हो सकती हैं मुश्किलें
महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार में शुरू किए गए शिवभोजन थाली योजना के तहत बहुत ही सस्ते दर पर गरीबों को भोजन दिया जा रहा है। राशन की दुकानों पर गरीब और जरूरतमंदों को आनंद का शिधा का किट दिया जाता है। मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। पिंक रिक्शा योजना के तहत महिलाओं को विशेष स्वरूप का वाहन खरीद में सहायता की जा रही है। खेती और घरों के लिए मुफ्त सौर ऊर्जा सुविधा मुहैया कराने के लिए सोलर पैनल योजना चल रही है। इसी के साथ ही किसानों के लिए सहूलियत पर बिजली योजना चलाई जा रही है, लेकिन लाडली बहन योजना के चलते इन सभी योजनाओं पर खतरा मंडरा रहा है।
ईडी २.० का पैâसला गरीब जनता के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। शिवभोजन योजना और आनंदाचा शिधा योजना को बंद करने का विचार चल रहा है, जिसका सीधा असर गरीब जनता पर पड़ सकता है। पहले से ही महंगाई से परेशान नागरिकों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन सकती है। ऐसे में सरकार द्वारा घोषित योजनाओं में कटौती होने पर गरीबों के लिए इस साल की दिवाली मुश्किल भरी हो सकती है। उक्त दोनों योजनाएं बंद होने की स्थिति में कई परिवारों को बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है।