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ईडी सरकार को है हरियाली से नफरत? …मुंबई का वृक्षारोपण टारगेट किया एक चौथाई!

• अब मानसून में लगेंगे मात्र ५० हजार पेड़
रामदिनेश यादव / मुंबई
महानगर मुंबई में हाल के दिनों में प्रदूषण ने रिकॉर्ड दर्ज किया है। यहां तक कि लोगों को सांस लेने में दिक्कत की शिकायतें भी खूब आई हैं। ऐसे में यहां पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षों की संख्या बढ़ाने पर जोर देना जरूरी है लेकिन राज्य की शिंदे-फडणवीस यानी ‘ईडी’ सरकार को हरियाली से नफरत है इसलिए सरकार ने मुंबई में पर्यावरण की समस्या को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है। उनका अनुसरण करते हुए मनपा में बैठे सरकार के प्रशासक भी मुंबई में हरियाली और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के प्रति उदासीन हैं। इसका प्रमाण यह है कि हरित क्षेत्रों को बनाए रखने के लिए मुंबई का वृक्षारोपण टारगेट एक चौथाई कर दिया है। जी हां, इस वर्ष मानसून में मनपा ने सिर्फ ५० हजार पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में दो वर्षों में ४ लाख से अधिक वृक्षारोपण किए गए थे।

मनपा ने खुद स्वीकार किया है कि अगले मानसून तक कुल ५० हजार वृक्षारोपण किया जाएगा। पर्यावरण दिवस पर इसके लिए प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई। लेकिन यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में चार गुना कम है। पिछले दो वर्षों में चार लाख से अधिक वृक्ष लगाए गए। अर्थात एक वर्ष में कम-से-कम दो लाख वृक्ष लगाए गए हैं। इतने ही कर्मचारी और यही स्टाफ दो लाख वृक्ष वर्ष में लगाने की क्षमता रखते हैं। फिर आखिर ऐसा क्या हो गया, जो सरकार ने पर्यावरण पूरक वृक्षारोपण कार्यक्रम की रफ्तार को धीमा किया है। इस बारे में मनपा के अधिकारी बोलने से बच रहे हैं।

आदित्य ठाकरे के कार्यकाल में लगे थे ४.५ लाख वृक्ष
महानगर मुंबई में मियावाकी पद्धति से ४.५ लाख वृक्ष महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में लगाए गए थे। पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे की अगुवाई में मुंबई को हरित क्षेत्र में तब्दील करने पर जोर दिया गया और इसकी सफलता के बाद मुंबई को विश्व में पेड़ों के शहर के रूप में चुना गया था। मुंबई में पेड़ों का अनुपात अन्य शहरों की तुलना में बहुत बेहतर रहा है। मुंबई मनपा ने इसे संतुलित बनाए रखा है। लेकिन अब राज्य सरकार की लापरवाही के चलते मुंबई में पेड़ों की समस्या होनेवाली है। कई परियोजनाओं के तहत सरकार कई हजार पेड़ों को काटने की अनुमति भी दे चुकी है।

मनपा क्षेत्र में पेड़ों की स्थिति
पूरे मुंबई महानगर में लगभग ३३ लाख पेड़ हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है, जबकि मुंबई की आबादी के अनुसार, क्षेत्र में ४० लाख से अधिक वृक्ष की आवश्यकता है। लगभग डेढ़ करोड़ आबादी के करीब पहुंच चुकी मुंबई को ३४ प्रतिशत वृक्ष क्षेत्र होना चाहिए। एक सर्वे के अनुसार, वर्ष २०२१ में मुंबई में २९.५ लाख वृक्ष थे। पिछले १० वर्षों में लगभग ४५ हजार से अधिक पेड़ काटे गए।

पर्यावरण दिवस से वृक्षारोपण की हुई शुरुआत
तीन दिन पहले विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मनपा क्षेत्र में २०० पेड़ लगाए गए। जापान के राजदूत फुकहोरी यसुकता और मलेशिया के राजदूत अहमद झवेरी यूसुफ ने वीरमाता जीजाबाई भोसले बॉटनिकल गार्डन और प्राणी संग्रहालय में पेड़ लगाकर मनपा के इस अभियान को हरी झंडी दिखाई। इस अभियान को नागरिकों, छात्रों, स्थानीय गैर सरकारी संगठनों की भागीदारी से पूरा किया जाएगा। इस अभियान के तहत आगे भी विभिन्न स्थानीय प्रजातियों के पेड़ जैसे बहावा, अंजन, बकुल, कंचन, अर्जुन, तम्हन, बिवला, आंवला, इमली, आम, बरगद, पीपल, मोह आदि प्रजाति के वृक्ष लगाए जाएंगे।

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