अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
म्हाडा मुंबई मंडल ने उन मिल श्रमिकों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है, जो पहले ड्रॉ में सफल नहीं हुए थे। इसके लिए श्रमिक और उत्तराधिकारी को पात्रता वेरिफिकेशन के लिए म्हाडा मुख्यालय में आना पड़ता है। हालांकि, इस ईडी सरकार की दुर्व्यवस्था की वजह से बुजुर्ग मिल श्रमिकों को सुबह से लेकर शाम तक लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है। इस दौरान उनको न भोजन, न पानी मिलता है, साथ ही आवास के मिलने का भी ठिकाना नहीं है। म्हाडा की इस बदइंतजामी पर मिल श्रमिक संघों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है।
बता दें कि म्हाडा मुंबई मंडल ने मुंबई में ५८ बंद मिलों में कुल १,५०,४८४ मिल श्रमिकों और उनके उत्तराधिकारियों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। १४ सितंबर से पात्रता के निर्धारण के लिए दस्तावेज जमा करने की सुविधा बांद्रा-पूर्व स्थित म्हाडा मुख्यालय में ऑफलाइन मोड और ऑनलाइन मोड में उपलब्ध कराई गई है। अब मिल श्रमिकों ने शिकायत की है कि सर्वर डाउन रहने की वजह से ऑनलाइन सिस्टम में मुश्किलें सामने आती हैं। वेबसाइट में दिक्कतों और योग्यता की गारंटी न होने के कारण मिल श्रमिकों ने ऑफलाइन माध्यम से दस्तावेज जमा करना पसंद किया है। लेकिन ऑफलाइन आवेदन जमा करने के लिए बढ़ती भीड़ के कारण, म्हाडा अधिकारी लापरवाह हो गए हैं। इसके साथ ही बुजुर्ग मिल मजदूरों को पूरे दिन बिना भोजन और पानी के पुराने कार्यालय में कतार में खड़ा रहना पड़ता है। मिल कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि इस संबंध में तत्काल कदम उठाए जाएं।
सुबह ९:३० बजे से बिना कुछ खाए पिए उम्मीद के साथ खड़ा रहा, लेकिन मुझे मेरे कागजात नहीं मिले। हमने ऑनलाइन तरीके से अप्लाई करना चाहा मगर वेबसाइट का बुरा हाल है। सिर्फ एक पात्रता के लिए हमें इतना समय खड़ा रहना पड़ रहा है, मेरे घर पर कोई नहीं है, इसलिए मैं खुद इस उम्र में पात्रता के लिए म्हाडा कार्यालय आया हूं।
-संभाजी आनंद पिसाल
एक अधिकारी ने बताया कि यह अनुमान था कि मिल श्रमिक अपने उत्तराधिकारियों के दस्तावेज ऑनलाइन जमा करना पसंद करेंगे। यही वजह है कि हमने ऑनलाइन और ऑफलाइन सुविधाएं प्रदान की हैं। वर्तमान में म्हाडा मुख्यालय में ऑफलाइन दस्तावेज जमा करने के लिए ६ विंडो की योजना बनाई गई है। हमारे तीन अधिकारी बाहर फॉर्म पर विंडो नंबर दर्ज करते हैं। इसके बाद दस्तावेज एकत्रित किए जाते हैं। अब तक १,८८२ आवेदन ऑफलाइन आवेदन जमा हुए हैं। म्हाडा ने अपील की है कि नागरिक ऑनलाइन दस्तावेज जमा करने को प्राथमिकता दें।