भारतीय जनता पार्टी का सनातन धर्म प्रेम कुलांचे मार रहा है। हम और हमारे अंधभक्तों का मतलब ही हिंदू, इस मुगालते में वे जी रहे हैं। तमिलनाडु की द्रमुक पार्टी द्वारा सनातन धर्म पर विचित्र तरीके से टीका-टिप्पणी शुरू करने के बाद अब ‘इंडिया’ गठबंधन का कैसे क्या होगा, इस बात की चिंता भाजपा को होने लगी है, लेकिन यही ‘द्रमुक’ पार्टी किसी समय भाजपा प्रणित ‘एनडीए’ की भी घटक थी और आज उनके जो धर्मविचार हैं वही उस समय भी थे। द्रमुक के ‘एनडीए’ में रहते समय कुछ नहीं हुआ। इसलिए ‘द्रमुक’ की वजह से ‘इंडिया’ गठबंधन में कोई दरार नहीं होगी। वर्तमान में भाजपा के समर्थनवाली ‘अण्णा द्रमुक’ पार्टी की ‘सनातन धर्म’ के प्रति विचारधारा और भावना ‘द्रमुक’ की तरह ही है। दूसरी बात यह है कि सिर्फ ‘द्रमुक’ मतलब ‘इंडिया’ गठबंधन नहीं है। इसलिए भाजपा को जहां जरूरी नहीं है वहां बेवजह खुजली करने की जरूरत नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जे.पी. नड्डा ने अब कहा है कि ‘सनातन धर्म को टार्गेट करना ‘इंडिया’ गठबंधन का छिपा एजेंडा है।’ नड्डा का कहना है, ‘सनातन विचारधारा के खिलाफ ‘इंडिया’ गठबंधन एकत्रित आया है।’ डॉ. नड्डा हिमाचल प्रदेश से आते हैं। वह उनका गृह राज्य है। उनके राज्य में धर्म के अतिवाद की पराजय होने के बावजूद नड्डा और उनके लोग कहते हैं वह हिंदू धर्म या संस्कृति नहीं है। मोदी के काल में सनातन धर्म का विरूपण हुआ है और यह सीधे-सीधे धर्मद्रोह है। धर्म के नाम पर भेदभाव, नरसंहार, अस्पृश्यता यह ‘सनातन’ धर्म नहीं है। एड. प्रकाश आंबेडकर ने हाल ही में कुछ महत्वपूर्ण खुलासा किया है। आगामी २०२४ के चुनाव से पूर्व गुजरात दंगों की तरह देश के मुस्लिम, दलित और आदिवासी बहुजनों का नरसंहार करने की भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की योजना है, यह बयान श्री आंबेडकर ने दिया है। आंबेडकर कह रहे हैं वह झूठ है क्या? यदि यह झूठ है तो सरकार एड. आंबेडकर पर कार्रवाई करने का साहस दिखाए। सनातन धर्म का अर्थ पारदर्शी विचारों का संचार। सनातन धर्म का मतलब कलंकित लोगों के पाप धोनेवाली ‘वॉशिंग मशीन’ नहीं है। सनातन धर्म अर्थात गंगा माता। सनातन धर्म राजनैतिक स्वार्थ की गंदी नाली नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने अपनी धर्म संकल्पना की व्याख्या स्पष्ट कीr है। ‘जितने भ्रष्टाचारी नेता हैं, जिन्हें ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स से डर लगता है, ऐसे नेताओं के लिए भाजपा के दरवाजे खुले ही हैं।’ भाजपा के सनातन धर्म का यह असली चेहरा है। सनातन धर्म मतलब सिर्फ पोथी, पुराण, वेद नहीं है। मानवता व शुद्ध आचरण, मातृभूमि की रक्षा जैसे कर्तव्य का पालन करना भी धर्मकर्तव्य है। भाजपा द्वारा आज जो धर्म का विकृत और घिनौना स्वरूप सामने लाया गया है, उससे देश और समाज को खतरा है। इसके चलते सनातन धर्म को विश्व में अपमानित होना पड़ रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ‘जी२०’ सम्मेलन के लिए भारत आए। कनाडा में सिर उठाकर खालिस्तानी आतंकियों द्वारा सड़कों पर हिंदुस्थान के टुकड़े-टुकड़े कर देने के नारे लगाए जा रहे हैं, उन्हें कनाडा की सरकार ने खुला क्यों छोड़ रखा है? यदि कनाडा इस तरह का आतंकवाद बर्दाश्त करता रहा तो भारत को कड़े कदम उठाने पड़ेंगे, प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री को इस बाबत स्पष्टता से कहा, इस तरह की खबरें प्रकाशित हुर्इं। कनाडा, पाकिस्तान जैसे देशों में भारत विरोधी आतंकवाद मान्य नहीं है तो भारत में भाजपा समर्थित कुछ संगठन धर्म के नाम पर जो आतंकवादी हरकतें कर रहे हैं, उन्हें मोदी सरकार संरक्षण क्यों दे रही है? उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुड़गांव, सातारा की हिंसा के पीछे कनाडा के आतंकवादी नहीं थे। वे अपने ही सनातन धर्म के लोग हैं और ऐसे स्वधर्मी आतंकवादियों पर लगाम नहीं लगाई गई तो धर्म की रक्षा होने की बजाय अधोपतन हो जाएगा। सत्ताईस प्रमुख राजनैतिक दलों ने एकत्रित होकर ‘इंडिया’ गठबंधन का निर्माण किया। भाजपा इससे इतनी डर गई कि ‘इंडिया’ का नाम गुपचुप तरीके से बदलकर ‘भारत’ कहना शुरू कर दिया। ‘इंडिया’ शब्द वे जैसे ही देखते और सुनते हैं तो उनके पसीने छूट जाते हैं। सनातन धर्म इतना डरपोक और हताश कभी नहीं था। अब इन्होंने अपनी घटिया राजनीति का नया नमूना पेश किया है। कहा जा रहा है कि १८ से २२ के दौरान संसद का जो विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है उस दौरान संसद के कर्मचारियों के प्रभावशाली परिधान को बदलकर कमल का फूल अंकित नया परिधान और मणिपुरी टोपी जैसा कुछ वे करनेवाले हैं। नीचे खाकी रंग की पैंट होगी। यह पैंट फुल होगी या हाफ इसकी जानकारी नहीं मिली। इस तरह बच्चों का खेल करने से सनातन धर्म का क्या कल्याण होगा, यह वही जानें। मणिपुर की हिंसा और जातीयवाद का उन्माद इन सबसे नहीं थमेगा। संसद के सौ-पांच सौ कर्मचारियों को मणिपुरी टोपी पहनाकर सरकार अनोखा मणिपुरी प्रेम दिखा रही है। यह लेख लिखने के दौरान ही मणिपुर में हिंसा का नया दौर शुरू होने की खबर आई और उसमें चार लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। सरकार संसद के कर्मचारियों को मणिपुरी टोपी पहना रही है और वहां मणिपुर में दो समुदाय के लोग एक-दूसरे पर गोलियां चला रहे हैं। जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जे.पी. नड्डा का सनातन धर्म का जप शुरू है। भाजपा को सनातन धर्म की चिंता होना ढोंग है। भाजपा के सनातन धर्म में ‘बीफ’ अर्थात गोमांस वर्जित है, लेकिन भाजपा के कई मंत्री और नेता गोमांस खाने का समर्थन करते हैं। गोवा और ईशान्य क्षेत्र के भाजपा शासित राज्यों में गोमांस की बिक्री जारी है। इसलिए गोमांस भक्षण के संदर्भ में खुद भाजपा उलझनों में उलझनें पैदा करके दूसरों को सनातन धर्म का पाठ पढ़ाती है। यह सीख पहले के खुद अपने गठबंधन के ‘अण्णा द्रमुक’ जैसे दलों को दें।