प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय जांच एजेंसी यानी सीबीआई को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी है। सीबीआई के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने सीबीआई से कहा, ‘ताकतवर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ बिना डरे कार्रवाई करो।’ प्रधानमंत्री के भाषण को गंभीरता से लिया जाए या तालियां बजाकर छोड़ दिया जाए? ऐसा प्रश्न उस समारोह में उपस्थित लोगों के मन में आया होगा। ‘देश में अब भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव नहीं है। भ्रष्ट व्यक्ति कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, उसके खिलाफ बिना डरे कार्रवाई करो।’ ऐसी सूचना मोदी ने दी है। किसी भी भ्रष्टाचारी को मत बचाओ और न ही समर्थन करो, ऐसा मोदी कह रहे हैं फिर भी सीबीआई यानी मोदी-शाह के पिंजरे का तोता है, इसे लेकर किसी के मन में कोई संदेह नहीं होना चाहिए। मोदी ने एक बार आरोप लगाया था कि सीबीआई का मतलब ‘कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन’ है। आज कांग्रेस की जगह भाजपा ने ले ली है और सीबीआई का तोता पिंजरे में ही मालिक जो कहे उस तरह से ‘विटू विटू’ या ‘मिठू मिठू’ कर रहा है। ईडी और सीबीआई दोनों एजेंसियां आज मोदी के इशारे पर काम कर रही हैं। मोदी कहते हैं, ‘भ्रष्टाचारियों को बख्शें नहीं।’ इसका मतलब ऐसा कि जो भाजपा में हैं ऐसे भ्रष्टाचारी या जिन्होंने भाजपा में प्रवेश करके गंगा स्नान किया है उन्हें छोड़कर बाकी सब भ्रष्टाचारी हैं और सीबीआई-ईडी उन्हें न छोड़े। मोदी कहते हैं, ‘सीबीआई ने कालाधन रखनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की।’ फिर मेहुल चोकसी, नीरव मोदी के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की? वे क्या सफेद दूध से स्नान कर रहे हैं। अडानी महाशय ‘शेल’ यानी खोका कंपनियों के माध्यम से ४२,००० करोड़ रुपए का कालाधन अपनी कंपनियों में लाए। सीबीआई ने उस पर क्या कार्रवाई की? शिवसेना से ‘टूटे’ ५ सांसद व ९ विधायक ऐसे हैं कि वे सीबीआई और ईडी की हिटलिस्ट में थे। अब शिवसेना छोड़ते ही सीबीआई, ईडी ने उन्हें भाजपा वाशिंग मशीन में डालकर एकदम से साफ-सुथरा कर दिया है। जब तक भाजपा के पास भ्रष्टाचार धोने की वाशिंग मशीन है तब तक प्रधानमंत्री का भ्रष्टाचार को तोड़ने आदि की भाषा का इस्तेमाल न करना ही अच्छा है। इससे उन्हीं की हंसी हो रही है। सीबीआई के सम्मेलन में मोदी ने कहा, ‘भ्रष्टाचार खतरनाक है। भ्रष्टाचार गरीबों के हक मारने का काम करता है।’ मोदी ठीक कह रहे हैं लेकिन अडानी ने स्टेट बैंक-एलआईसी आदि का पैसा लूटा और यह पैसा गरीबों का ही था। गरीबों का पैसा लूटने पर सीबीआई ने आपके अडानी के खिलाफ क्या कार्रवाई की? अडानी बहुत ही शक्तिमान उद्योगपति हैं। इसलिए सीबीआई उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं करेगी। फिर अडानी-मोदी बंधुत्व के नाते में भी बंधे हुए हैं। इसलिए राजनीतिक इच्छा जैसे शब्दों का प्रयोग करके मोदी भ्रम पैदा न करें। भ्रष्टाचार चाहे सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का, दोनों तरह के घोटाले खत्म होने चाहिए। ‘लोकतंत्र और न्याय के मार्ग में भ्रष्टाचार सबसे बड़ी बाधा है। सीबीआई को इस बाधा को दूर करना है। २०१४ से पहले बड़े-बड़े घोटाले हुए, लेकिन अपराधी नहीं घबराए। क्योंकि एजेंसियां उनकी जेब में थीं।’ ऐसा मोदी कहते हैं। २०१४ से पहले का मोदी का रिकॉर्ड अभी भी घूम रहा है। वे २०१४ के बाद के घोटालों पर बात करने को तैयार नहीं हैं। ‘राफेल’ से लेकर कई घोटाले मोदी की आंखों के सामने हुए। विरोधियों के पीछे ‘पेगासस’ लगा दिया और उसके लिए जनता की तिजोरी के सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च किए। अब अडानी का घोटाला सामने आया है। महाराष्ट्र सरकार गिराने के लिए २००० करोड़ रुपए खर्च हुए। यह कहां से लाए? क्या सीबीआई इसकी जांच करेगी? लोकतंत्र और न्याय का मार्ग भ्रष्टाचार के लिए बाधा है, इसका अनुभव फिलहाल शिवसेना ले रही है। राज्यपाल के असंवैधानिक कृत्यों को न्यायालय ने संरक्षण दिया। राज्य की सरकार गिराने में सहयोग किया। चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और धनुष-बाण का सौदा करके न्याय बेच दिया, तब कहां गया था धर्म? ऐसा आज मोदी से पूछना चाहते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी का सीबीआई के स्थापना दिवस पर दिया गया भाषण भ्रष्टाचार को खत्म करना नहीं, बल्कि एजेंसियों की मनमानी को प्रोत्साहन देनेवाला है। भाजपा आपके पीछे है, हमारे विरोधियों को मत छोड़ो, ऐसा संदेश देनेवाला है। सीबीआई-ईडी जैसी एजेंसियों की प्रतिष्ठा पिछले सात-आठ वर्षों में धूमिल हो गई है और इन एजेंसियों को शुद्ध करनेवाली वाशिंग मशीन यद्यपि बनना बाकी है। मोदी के भाषण से अडानी जैसी भाजपा मंडली का आत्मविश्वास अवश्य बढ़ा होगा। कार्रवाइयों और गिरफ्तारियों से बचने के लिए भ्रष्टाचारी मंडली भाजपा में प्रवेश करती है, इसकी मोदी को खुशी होती होगी तो यह उनका सवाल है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मि. ट्रंप भी दिल्ली आकर भाजपा में शामिल होंगे और उनका ‘सूट-बूट’ भाजपा की वाशिंग मशीन में डालकर स्वच्छ किया जाएगा। सीबीआई, ईडी सिर्फ कपड़े सुखाकर उसे कड़क इस्त्री आदि करने का काम करें। मोदी जी को असल में यही कहना था। संदेश स्पष्ट है। भ्रष्टाचारी सिर्फ भाजपा में ही रहेंगे और उन्हें पनाह मिलेगी।