‘एक देश एक चुनाव’ अर्थात ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ नामक धूलफेंक मोदी-शाह ने शुरू की, लेकिन वह धूल मोदी-शाह की ही आंखों में पड़ने से उन पर अब आंखें मलने की नौबत आ गई है। ‘एक देश एक चुनाव’ नामक धूल झोंकने के लिए मोदी-शाह की सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया। इस समिति में प्रसिद्ध कानूनविद हरीश सालवे की विशेष तौर पर नियुक्ति की गई है। सालवे के इस समिति में होने पर किसी को कोई भी आक्षेप नहीं होना चाहिए। एक तो सालवे मोदी के चहेते हैं, दूसरा मतलब सालवे को कानून का अच्छा ज्ञान व अत्यधिक अनुभव है और मोदी सरकार की वो कानूनी मामलों में सहायता करते रहते हैं। यदि मोदी कहीं फंसते हैं तो सालवे काला लबादा पहनकर मोदी की पैरवी करते हैं। महाराष्ट्र में भाजपा ने ‘संविधान बाह्य’ सरकार स्थापित की, जिसे मोदी-शाह का आशीर्वाद मिला। इस मामले में सालवे संविधान बाह्य सरकार का पक्ष पुरजोर तरीके से रख रहे हैं। इसलिए ऐसे कानूनविद को ‘एक देश, एक चुनाव’ योजना की समिति में शामिल किया गया तो इसमें आश्चर्य जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन श्रीमान सालवे ने अब मोदी-शाह की सरकार को मुसीबत में धकेल दिया है। जिसके चलते मोदी के अमृतकाल पर कालिख लग सकती है। सालवे ने इंग्लैंड में अपनी शादी की ‘हैट्रिक’ लगाई। उन्होंने तीसरा विवाह किया, यह उनका निजी मामला है, लेकिन सालवे ने अपनी तीसरी शादी के उपलक्ष्य में जो दावत दी, उसमें श्रीमान सालवे के साथ हिंदुस्थान का वांटेड भगोड़ा ‘चीयर्स’ करते दिखाई दे रहा है। अब इस पर मोदी-शाह का क्या कहना है? या वो भी दिल्ली में बैठकर सालवे-ललित मोदी जोड़ी के साथ ‘चीयर्स’ करने वाले हैं। ललित मोदी ने भी नीरव मोदी, विजय माल्या, मोइन कुरैशी, मेहुल चोकसी, नितिन संदेसरा की तरह ही देश से पलायन किया है। ललित मोदी और मोइन कुरैशी को हिंदुस्थान की आर्थिक अपराध की सभी जांच यंत्रणाएं खोज रही हैं और इनमें ‘ईडी’ भी शामिल है। लगभग ४,५०० करोड़ की आर्थिक हेराफेरी मामले में ललित मोदी अपराधी घोषित किया गया है। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग का है। उस पर चार्जशीट दाखिल हो गई है और आज वह ‘भगोड़ा’ है। देश का यह भगोड़ा लंदन में कानूनविद हरीश सालवे की दावत में नजर आता है और इन्हीं हरीश सालवे को ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ समिति में भूतपूर्व राष्ट्रपति व गृहमंत्री अमित शाह के बराबर का स्थान मिला है। इसका मतलब यह हुआ कि भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकेंगे, विदेशों में फरार हुए घोटालेबाजों को घसीटते हुए लाएंगे, विदेश के बैंकों में रखे काले पैसे भारत में लाएंगे इत्यादि सभी मोदी की झूठी बातें हैं। आज देश की वस्तुस्थिति क्या है? मोदी-शाह के व्यक्ति के साथ ‘भगोड़ा’ आरोपी ललित मोदी बड़े आराम से ‘चीयर्स’ कर रहा है। ऐसा लगता है कि शायद भाजपा ने एक नया ‘सनातन धर्म’ का निर्माण किया है। ‘सभी चोरों के नाम मोदी ही क्यों?’ इस एक वक्तव्य पर मोदी सरकार ने राहुल गांधी का सांसदत्व रद्द कर दिया था, उनका सरकारी आवास खाली करवा लिया गया, उन्हें दो साल की सजा सुना दी। इसी ‘चोर मंडली’ के एक मोदी को लंदन की पार्टी में ‘चीयर्स’ करते हुए संपूर्ण देश ने देखा। इस मोदी को प्रेमालिंगन देनेवाले कानूनविद जब भारत के ‘एक देश, एक चुनाव’ समिति की कुर्सी पर बैठेंगे, तब संपूर्ण देश की भावना वैâसी होगी? राहुल गांधी के ‘सभी मोदी चोर वैâसे?’ वाले बयान के बाद श्री सालवे दुखी हो गए थे। राहुल गांधी का बयान असंसदीय होने की बात कहकर सालवे ने मोदी (प्रधानमंत्री) का पक्ष क्यों लिया था, इसके पीछे का सुराग अब खुला है। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस नए अमृतकाल का निर्माण किया था, उस अमृतकाल का जहर बतानेवाली यह घटना है। मोदी और शाह को अब ललित मोदी-सालवे संबंध पर संसद में जवाब देना पड़ेगा और यह जवाब देते वक्त उन्हें सांप सूंघ जाएगा, इसलिए सत्ताधारी अमृतकाल के इस विशेष अधिवेशन को हंगामा करके समाप्त कर देंगे। भाजपा विरोधियों को झूठे मामले में घेरनेवाली देश की जांच यंत्रणा अब क्या भूमिका लेगी? या फिर ललित मोदी को भी स्वच्छ चरित्र का प्रमाणपत्र देकर एक किनारे हो जाएंगी? मोदी सरकार पाकिस्तान से दाऊद को तो ला नहीं सकी, वही ‘भगोड़ा’ अपराधी, जिसके खिलाफ ‘लुक आउट’ नोटिस जारी हुई है, वो ललित मोदी सामने दिख रहा है, वह भी केंद्र सरकार के वकील के साथ ‘चीयर्स’ करते हुए। लोगों को मूर्ख बनाने का यह एक धंधा है। सभी चोर एक हैं और चोरों के सरदार दिल्ली में सरकार चला रहे हैं। ललित मोदी को किसका संरक्षण मिला है, यह सालवे की तीसरी शादी ने उजागर कर दिया। तीसरी शादी की यह कहानी मजेदार है। देश के विलेन का इस शादी में नजर आना, भाजपा के लिए छीछालेदर है, लेकिन निर्लज्जम सदासुखी! भाजपा का मुखौटा इसी तरह रोजाना गलकर उतर रहा है।