सामना संवाददाता / अंबरनाथ
कल्याण के बदलापुर महामार्ग को एमएमआडीए के द्वारा विगत दस वर्ष पूर्व विस्तार किया गया, जिसे देखकर नहीं लगता कि कल्याण-बदलापुर महामार्ग को राज्यस्तर की निर्माण कार्य करने वाली संस्था ने बनाया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि विस्तारीकरण के बीच में आने वाले बिजली के पोल हटाया नहीं गया है। शासन, प्रशासन की अनदेखी के कारण पोल से टकरा कर निरपराध लोगों की जान जा रही हैं। अभी हाल ही में एक पोल से टकराने से एक रिक्शाचालक की उपचार के दौरान मौत हो गई। आज रिक्शाचालक की मौत के लिए दोषी लोगों पर गैर इरादतन का मामला दर्ज करने की मांग उठ रही हैं।
बता दें कि कल्याण बदलापुर महामार्ग विस्तारीकरण के पहले ४० से ५० फुट के करीब था। अब सौ फुट करने से किनारे लगे बिजली के पोल मार्ग के बीच में आ गए हैं। महामार्ग से तेज चलने वाले वाहन चालकों का बैलेंस बिगड़ने से वाहन पोल में टकरा जाते है, जिसके कारण वाहन चालकों की मौत हो जाती है। बताया जाता है कि उक्त महामार्ग पर बिजली के १५० पोल हैं। रात को बिजली गुल होने पर पोल से वाहन टकराने के कारण कई पोल झुक गए हैं। जिनसे शार्ट सर्किट होता रहता है। विगत वर्ष मटका चौक से समीप एक ट्रक ने उच्च दाब के हाई टेंशन बिजली के पोल को टक्कर मार दी थी। जिसके कारण बिजली विभाग को पोल बदलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।