सामना संवाददाता / मुंबई
देश में आम चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू होने के ४८ घंटे बाद भी कई जगहों से केंद्र सरकार की योजनाओं के पोस्टर नहीं हटाए गए हैं। देश में कई ठिकानों से पीएम मोदी के प्रचार वाले पोस्टरों को लेकर शिकायतें आ रही हैं। पुणे रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर को लेकर शिकायत आई है कि यहां से पीएम के पोस्टर नहीं हटाए गए हैं।
बता दें कि आदर्श आचार संहिता सरकारी योजनाओं के माध्यम से प्रचार पर रोक लगाती है। आदर्श आचार संहिता भारत के चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही लागू हो जाती है। चुनाव आयोग ने १६ मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। इसके बाद से ही देश में अलग-अलग जगहों पर सरकार के ऐसे विज्ञापन और पोस्टरों को हटाया जा रहा है, जो मतदाताओं को प्रभावित करनेवाले होते हैं। इसी बीच पुणे रेलवे स्टेशन पर पीएम की तस्वीर और पोस्टर बैनर लगे दिखाई दिए। यह फोटो वायरल हो रहा है, जिसमें पीएम मोदी का फ्लेक्स साफ दिख रहा है `सबका साथ, सबका विकास’ नारे के साथ तमाम योजनाएं उस बैनर पर अंकित हैंै। इसे लेकर रेलवे स्टेशन पर भी शिकायत की गई है। चुनाव आयोग के ढीले रवैए को देखते हुए कई लोग आरोप लगा रहे हैं कि आयोग जान-बुझकर भाजपा के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठा रहा है। लेकिन चुनाव आयोग की घोषण के इतने दिनों बाद भी केंद्र सरकार की योजनाओं के विज्ञापन वाले फ्लेक्स बैनर और पोस्टरों को हटाया नहीं गया है। जबकि ऐसे पोस्टरों को मात्र २४ घंटे के भीतर हटाने का काम किया जाना चाहिए। अधिकारियों ने दावा किया है कि मोदी की तस्वीरों वाले कुछ पोस्टर और सेल्फी पॉइंट हटा दिए गए हैं।