सामना संवाददाता / मुंबई
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कल सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा है कि विधायकों को ५०-५० खोकों का प्रलोभन देकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में बगावत कराई गई। दानवे ने कहा कि इस साल ५० करोड़ और अगले साल ५० करोड़, इस तरह से सौदा हुआ था।
अंबादास दानवे ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह आरोप लगाया। दानवे के आरोप के बाद यह चर्चा फिर से शुरू हो गई है कि भारतीय जनता पार्टी पैसों का प्रलोभन देकर जोड़-तोड़ कर रही है। दानवे ने भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार पर की गई टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इतने निचले स्तर पर जाकर व्यक्तिगत आलोचना करना गलत है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक भाजपा विधायक के चलते भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को माफी मांगनी पड़ रही है।
मराठा आरक्षण पर भाजपा की दोहरी भूमिका
आरक्षण मिले यह मराठा समुदाय की मांग है, लेकिन उसके लिए ५० फीसदी की सीमा बढ़ानी होगी। केंद्र और राज्य में सत्तासीन भाजपा को इस संबंध में तत्काल निर्णय लेना चाहिए, लेकिन दानवे ने यह भी आरोप लगाया कि मराठा आरक्षण को लेकर भाजपा दोहरी भूमिका अपना रही है।
शिक्षा सम्राटों का पेट भरने के लिए बंद कर रहे स्कूल
दानवे ने जिला परिषद स्कूलों को बंद करने के घाती सरकार के पैâसले की आलोचना करते हुए कहा कि मुट्ठी भर शिक्षा सम्राटों का पेट भरने के लिए स्कूलों का निजीकरण करने की साजिश रची गई है। उन्होंने आगे कहा कि इस निजीकरण से आम लोगों का शिक्षा का अधिकार छिन जाएगा।