सामना संवाददाता / नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के जौनपुर लोकसभा सीट पर चुनाव के बाद स्ट्रांग रूम में रखे ईवीएम में धांधली के प्रयास ने लोगों को चुनावी गड़बड़ियों को लेकर सोचने को मजबूर कर दिया है। इसके अलावा भी देश में कई जगहों पर ईवीएम के जरिए गड़बड़ियां की गर्इं। ईवीएम के साथ गड़बड़ी की संभावनाओं को बल मिला है, जिसे लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों और मतगणना एजेंटों के लिए गाइडलाइन्स जारी की है, जिसमें ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हुई है या नहीं, इसका पता लगाया जा सकेगा। सिब्बल ने कहा कि राजनीतिक दलों के प्रत्याशी अपने एजेंट और कार्यकर्ता गाइडलाइन का पालन कर ईवीएम की गड़बड़ी या हेराफेरी पर काफी हद तक काबू पा सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और कुछ अन्य वकील ईवीएम पर लगातार पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। ईवीएम के खिलाफ कंटेट को सोशल मीडिया मंचों से सरकार के दबाव पर हटा दिया गया। ऐसे किसी भी कंटेंट के साथ चुनाव आयोग का एक संदेश भी होता है कि ईवीएम से चुनाव पूरी ईमानदारी से होता है और बेईमानी की कोई गुंजाइश नहीं है। लेकिन सच यह है कि ईवीएम को लेकर शक बना हुआ है। कपिल सिब्बल ने रविवार को एक बजान जारी कर ईवीएम मशीन को संदेह के घेरे में दिया है। हाल ही में मध्य प्रदेश में भाजपा नेता के बेटे ने अकेले ८ वोट भाजपा को डाले। इसी तरह गुजरात के दाहोद में भाजपा प्रत्याशी के बेटे ने मतदान केंद्र पर कब्जा कर लिया और वोट डलवाए। ऐसी घटनाओं से ईवीएम पर विश्वास कम होता जा रहा है।
इस तरह रहें अलर्ट
सिब्बल ने कहा कि एजेंटों को सीयू (कंट्रोल यूनिट) नंबर, बीयू (बैलट यूनिट) नंबर और वीवीपैट आईडी आदि के पेपर पर तीसरे कॉलम में ४ जून लिखा है और नीचे मशीन कब खुलेगी इसका समय लिखा होता है। एजेंट को कंट्रोल यूनिट के सीरियल नंबर का भी मिलान करना होगा। जब कुल पड़े वोटों का आंकड़ा आ जाए तो उसे ध्यान से देख लें ताकि गिनती में ज्यादा वोट होने पर दोबारा दिक्कत न आए। दो बातें ध्यान रखें, ऊपर दिए गए कॉलम में वेरिफिकेशन होने तक रिजल्ट बटन न दबाएं और अगर उस टाइमिंग और रिजल्ट आने की टाइमिंग में अंतर है, तो कुछ गड़बड़ है। सिब्बल ने कहा कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो कह रहे हैं कि ईवीएम के साथ शायद छेड़छाड़ की गई है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छेड़छाड़ की कोई संभावना न हो।
ईवीएम मशीनों को लेकर जौनपुर में दिखी बड़ी गड़बड़ी
सरायख्वाजा क्षेत्र के देवकली गांव के पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में बनाए गए स्ट्रान्ग रूम के पास मार्ग पर उस वक्त सपाजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया, जब उन्हें एक ट्रक में अतिरिक्त ईवीएम लदी दिखाई दी। मौके पर पहुंचे जिला निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम का सत्यापन कराकर लोगों को शांत कराया। जौनपुर व मछलीशहर लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद विश्वविद्यालय परिसर में ईवीएम को जमा कराया जा रहा था। इसी दौरान रात करीब ११ बजे एक ट्रक में कुछ अतिरिक्त ईवीएम देख सपा समर्थक भड़क गए। इसकी जानकारी बड़े नेताओं को हुई तो वे भी मौके पर पहुंच गए और ईवीएम बदलने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग करने लगे। उन्होंने बताया कि यह ईवीएम मुंगराबादशाहपुर के लिए रिजर्व में रखी गई थी। अगर कहीं पर ईवीएम की खराबी या कमी होती तो इनको प्रयोग में लिया जाता। लोगों की मांग पर ईवीएम का सत्यापन कराकर उसे लाकर कलेक्ट्रेट के वेयर हाउस में रखवाया गया। इस दौरान सपाजन पूरी रात वहीं डटे रहे।