सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में शिंदे-फडणवीस की सरकार आने के बाद विज्ञापन और प्रचार के लिए करोड़ों रुपए की फिजूलखर्ची शुरू है। पिछली खेप में विज्ञापन पर ४२ करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। अब प्रशासन अपनी योजना के तहत विज्ञापन पर समाचार पत्र, टीवी चैनल, रेडियो, सोशल मीडिया और आउटडोर के माध्यम से २ महीने में ५२ करोड़ ९० लाख रुपए की फिजूलखर्ची करेगी। यह खुलासा हुआ है।
शासन अपने प्लानिंग के अंतर्गत समाचार पत्रों पर लगभग १० करोड़ रुपए का विज्ञापन, मराठी टीवी चैनल पर ३.३० करोड़, एफएम चैनल पर एक करोड़ ८३ लाख, लोकल रेडियो ५० लाख, एसटी बस पर एक करोड़ १३ लाख ७५ हजार, रोड शो के लिए दो करोड़, निजी होर्डिंग्स पर दो करोड़, बेस्ट बस पर दो करोड़, हवाई अड्डों पर एक करो़ड़, स्टीकर्स पर डेढ़ करोड़, उसी प्रकार छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, पुणे स्टेशन पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाएंगे।
करोड़ों का नाश्ता व खाना
यह भी सामने आया था कि मुख्यमंत्री के निवास स्थान वर्षा बंगले पर प्रत्येक वर्ष ३.५ करोड़ रुपए खान-पान पर खर्च किए जाएंगे। वर्षा पर चाय-पानी, मिशल, वड़ा, चिकन, मटन, बिरयानी, सूखा मेवा, ताजे फल, स्वीट डिश आदि उपलब्ध कराने के लिए सुख सागर हॉस्पिटैलिटी को १ वर्ष के लिए ३.५ करोड़ रुपए का ठेका दिया गया है।
इससे पहले ४२ करोड़ रुपए की फिजूलखर्ची
यह सरकार में आने के साथ ही पहले ७ महीनों में विज्ञापन पर ४२ करोड़ रुपए खर्च किए। इस संदर्भ में सूचना अधिकार के तहत जानकारी सामने आई है। उस दौरान साफतौर पर प्रतिदिन १९ लाख ७४ हजार रुपए सरकार ने विज्ञापन पर खर्च किए थे।