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फडणवीस ने रची शिवसेना तोड़ने की साजिश…दो वर्षों में की डेढ़ सौ बैठकें! गद्दार सावंत ने कबूली ताना-बाना बुनने की बात

सामना संवाददाता / मुंबई
महाविकास आघाड़ी सरकार गिराने में मेरा किसी भी प्रकार का हाथ नहीं था। यह दावा देवेंद्र फडणवीस की ओर से सतत किया जा रहा था लेकिन ‘ईडी’ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने फडणवीस की शराफत का बुर्का फाड़ दिया है। मंत्री तानाजी सावंत ने कहा है कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली पूर्ववर्ती महाविकास आघाड़ी सरकार को गिराने की साजिश फडणवीस के आदेश और सहयोग से ही रची गई थी। सावंत ने अपने उक्त बयानों से सनसनी मचा दी है।
बता दें कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली महाविकास आघाड़ी सरकार को गिराने के लिए २ साल में फडणवीस ने एकनाथ शिंदे गुट के साथ पिछले दो वर्षों में करीब १५० बैठकें ली थीं। राज्यभर में इन बैठकों के आयोजन में फडणवीस और एकनाथ शिंदे की मुख्य भूमिका रही, परिणामस्वरूप देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे की मदद से महाविकास आघाड़ी सरकार को गिराने में सफल हुए, ऐसा सनसनीखेज खुलासा शिंदे गुट के मंत्री डॉ. तानाजी सावंत ने किया है। सावंत ने कहा कि हमें वैâबिनेट में जगह नहीं मिली, तभी हमने कसम खाई थी और फिर मैंने पहली सार्वजनिक बगावत की। मैंने फडणवीस की मदद से धाराशिव जिला परिषद में भाजपा के साथ मिलकर सत्ता बनाई और शिवसेना विधायकों के मत परिवर्तन की शुरुआत की। राज्यभर में करीब १५० बैठकें लीं। देवेंद्र फडणवीस व एकनाथ शिंदे ने इसमें बड़ा साथ दिया, जिसके कारण ठाकरे सरकार को गिराने में सफलता मिली, ऐसा सावंत ने कहा। जिले के परंडा में भैरवनाथ केसरी कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता के दौरान, महाविकास आघाड़ी सरकार को गिराने की व्यूह रचना की गई थी, ऐसा खुलासा भी सावंत ने किया। पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने शरद पवार की मदद से महाविकास आघाड़ी बनाकर सरकार की स्थापना की लेकिन उस सरकार में मुझे स्थान नहीं मिला। ३० दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, उसमें भी मुझे दूर रखा गया। इसलिए संतप्त होकर हमने देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर ३ जनवरी को पहली बगावत की। भाजपा के साथ धाराशिव जिला परिषद में शिवसेना-भाजपा युति अधिकृत सत्ता स्थापना की। उसके बाद करीब दो वर्ष तक इस सरकार को गिराने के काम में लगा रहा। देवेंद्र फडणवीस व एकनाथ शिंदे के साथ सतत बैठक होती रही। करीब १५० बैठकें हुईं । इस दरम्यान विदर्भ, मराठवाड़ा व पश्चिम महाराष्ट्र के विधायकों के साथ मुलाकात की। उन सभी लोगों का मत परिवर्तन किया, ऐसा खुलासा स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने किया है।

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