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फडणवीस महाराष्ट्र के लिए खलनायक – संजय राऊत

सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में शिवद्रोही सरकार के खिलाफ पूरे राज्य में जूते मारो आंदोलन हुआ, इसकी शुरुआत मुंबई से हुई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, सांसद संजय राऊत ने कहा कि भले ही पुलिस ने अनुमति देने से इनकार किया, लेकिन लोकतंत्र में लोगों को अपनी भावनाएं व्यक्त करने का अधिकार है। इस दौरान उन्होंने भाजपा नेता व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस आंदोलन का कारण देवेंद्र फडणवीस है। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने से हुए अपमान के लिए माफी भी नहीं मांगी है। मुझे आश्चर्य है कि छत्रपति शिवराय का अपमान होते देख आखिर वे शांत वैâसे रहे। छत्रपति शिवराय को इतनी तकलीफ तो मुगलकाल में भी नहीं हुई थी। संजय राऊत ने हमला बोलते हुए कहा कि फडणवीस महाराष्ट्र के लिए खलनायक हैं। कल मीडिया को दिए बयान में उन्होंने कहा कि जूते मारो आंदोलन के लिए पुलिस ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है, लेकिन यह आंदोलन हुआ। महाराष्ट्र की अस्मिता के लिए शिवसेना हमेशा लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं की गाड़ियों को रोकने की कोशिश सुबह से ही चल रही थी। मुंबई में लोकल का मेगा ब्लॉक था। हमारे कार्यकर्ता न पहुंचें, इसके लिए मेगा ब्लॉक का समय बढ़ा दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस सबके मास्टरमाइंड देवेंद्र फडणवीस हैं, यह सभी को पता है। जब छत्रपति शिवाजी महाराज का इतना अपमान हुआ तो जनता चुप नहीं रहेगी। लोग नपुंसक नहीं हैं। हमें रोकने की कोशिश की जा रही है, लेकिन लोकतंत्र में हमें विरोध करने का अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के खलनायक हैं और वह इतिहास में दर्ज किए जाएंगे।
भाजपा ने शिवराय का लगातार अपमान किया है
उन्होंने कहा कि बीजेपी हमारे खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। यह हास्यास्पद और बकवास है। संजय राऊत ने यह भी हमला बोला कि बीजेपी के बेवकूफ लोग हमारा विरोध कर रहे हैं, इसका मतलब है कि बीजेपी का सिर घूम गया है। महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज का लगातार अपमान हो रहा है। इससे पहले तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवराय का अपमान किया था। बाद में उन्होंने माफी मांगी। इसके बाद कुछ मंत्रियों ने अपमान किया और माफी भी मांगी। मंत्री दीपक केसरकर ने कहा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरी, तो क्या करें, बुराई से अच्छाई आती है। यह उनकी विकृति मनोवृत्ति है, जिसका हम विरोध करते हैं।

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