सामना संवाददाता / मुंबई
म्हाडा उपाध्यक्ष के कार्यालय में जारी लोकशाही दिवस में लोगों के मामले सुलझाने की बजाय आए दिन गाली गलौज और मारपीट में तब्दील हो रहे हैं। शिकायतकर्ता और म्हाडा उपाध्यक्ष के बीच हुई कहासुनी गाली गलौज में बदलने के बाद दोनों पर खेरवाडी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। बार -बार इस कार्यालय हो रही इन घटनाओं से लोगों का लोकशाही दिवस से विश्वास उठने लगा है। लोगों का कहना है कि अब म्हाडा में न्याय नहीं, थप्पड़ मिलता है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव जायसवाल के हॉल में एक रिटायर पुलिसकर्मी शुक्रवार के दिन अपनी शिकायत को लेकर आया था उसकी इमारत रिडेवलपमेंट में गई है और कई साल से उसे घर नहीं मिल पा रहा था, उसी को लेकर शिकायतकर्ता आए दिन मुंबई मंडल में चक्कर लगा रहा था। पिछले एक साल से म्हाडा उपाध्यक्ष के कार्यालय में लोकशाही दिवस शुरू किया गया है। सभी मामलों की सुनवाई इस लोकशाही दिवस पर होती है। रिटायर पुलिसकर्मी के इस मामले को लोकशाही दिवस पर संज्ञान में लाया गया। इस दौरान म्हाडा उपाध्यक्ष मामले को सुन रहे थे। इसी बीच कहासुनी हो गई और मामला तूल पकड़ने लगा और गाली-गलौज में तब्दील हो गया। शिकायतकर्ता को म्हाडा के सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव करके बाहर निकाला और खेरवाड़ी पुलिस को सौंप दिया और देर रात तक उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। जबकि पुलिसकर्मी ने म्हाडा उपाध्यक्ष पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया और कपड़े फाड़ देने की बात कही। शिकायतकर्ता पर दर्ज मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने म्हाडा उपाध्यक्ष पर भी मामला दर्ज किया है।
बता दें कि इसके पहले भी उपाध्यक्ष संजीव जायसवाल और शिकायत करने वाले के बीच धक्का-मुक्की की घटना घट चुकी है। उसका मामला खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज है। बार-बार उपाध्यक्ष के दालान में हो रही इस प्रकार की घटना को लेकर म्हाडा मंडल में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।