कमल कांत उपमन्यु
मथुरा। मथुरा के थाना गोविंद नगर क्षेत्र स्थित पॉश कॉलोनी राधा ऑर्चिड में शुक्रवार की सुबह 3 पुरुष, 1 महिला पहुंचे। पुरुषों में एक पुलिस की वर्दी में थे। व्यापारी के घर पहुंचे महिला पुरुषों ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय का अधिकारी बताया और सर्च वारंट दिखाया। इसके बाद उनकी बातचीत से व्यापारी को शक हुआ जिसके बाद उसने घर के दरवाजे को लाॅक कर कॉलोनी में लोगों को एकत्रित कर लिया। माैका मिलते ही फर्जी ED की टीम मौके से भाग गईं।
थाना गोविंद नगर क्षेत्र में मसानी लिंक रोड पर राधा ऑर्चिड कॉलोनी है इसी कॉलोनी में सर्राफा व्यापारी अश्वनी अग्रवाल रहते हैं। अश्वनी अग्रवाल के यहां शुक्रवार की सुबह तीन पुरुष और एक महिला आए इन्होंने अपने को ED का अधिकारी बताया और सर्च ऑपरेशन शुरू करने के लिए कहा।
सर्च करने पहुंचे अपने आप को ED का अधिकारी बताने वाले महिला पुरुष से जब व्यापारी अश्विनी अग्रवाल ने जानकारी की तो उनकी बातों में विषमता मिलने पर इस शक हुआ। इसके बाद साथ में मौजूद पुलिसकर्मी से पूछा कि आप किस थाने से आए हैं तो उसने बताया कि वह मथुरा के गोविंदपुरम थाना से आया है यहां व्यापारी का शक हो गया क्योंकि मथुरा में गोविंद नगर थाना है, गोविंदपुरम नहीं। शक होने पर व्यापारी ने समझदारी का परिचय देते हुए नजर बचाते हुए अचानक घर से बाहर दौड़ लगा दी।
अश्वनी अग्रवाल के घर के सामने रहनेवाले महापौर विनोद अग्रवाल के घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया, इसके बाद अश्वनी ने पड़ोसियों के दरवाजे भी खटखटाए, जिसके बाद कॉलोनी के सभी लोग बाहर निकल आए। मेयर और पड़ोसी जब बाहर निकाल कर आए और अश्वनी ने मामले की जानकारी दी तो पता चला कुछ लोग ED के अधिकारी बनकर उनके घर में घुस आए हैं।
अश्वनी अग्रवाल ने बताया कि उनके घर ED अधिकारी बनकर घुसे लोग फर्जी थे। उनकी मानसा घर में बंधक बनाकर लूट करने की था। जानकारी मिलने SSP शैलेश कुमार पांडेय थाना गोविंद नगर पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए।
वहीं SSP शैलेश कुमार पांडेय ने परिवर्तन निदेशालय टीम के बारे में जानकारी की तो पता चला कि परिवर्तन निदेशालय से कोई भी टीम मथुरा में रेड करने के लिए नहीं आई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फर्जी ED के अधिकारी और उनके साथ आए फर्जी दरोगा की तलाश में जुटी है।