• ११ वर्षों के प्यार को बलि चढ़ाया
•चाकू से गला काटा
तहकीकात
नागमणि पांडेय
कहा जाता है कि प्यार जाति-पांति, ऊंच-नीच और उम्र नहीं देखता है। ये प्यार कभी भी किसी से भी हो सकता है। प्यार एक सुखद एहसास है तो साथ में दर्द भी देता है। कभी-कभी तो गुनाह करने पर भी मजबूर कर देता है। सदियों से इस प्यार पर पहरा लगता आया है। इस खूबसूरत एहसास को परिवारवालों की भी नजर लग जाती है। प्रेमी-प्रेमिका के दुश्मन घरवाले ही बन जाते हैं, जिसके कारण प्यार के दो पंछी गलत कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी लालबाग के काला चौकी अंतर्गत रहने वाले प्रेमी-प्रेमिका की है। यहां दो प्यार करने वालों के बीच परिवारवालों ने रोड़ा डाला तो प्रेमी ने प्रेमिका को खुद से दूर करने की बजाय उसको दुनिया से ही दूर कर दिया। युवक ने उसको प्रेम की बलि चढ़ा दी और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया।
२८ जून की रात काला चौकी पुलिस स्टेशन के स्टाफ उस समय अचंभित हो गए, जब खून से एक युवक अचानक पुलिस स्टेशन में हाजिर हुआ। शराब के नशे में धुत खुद को प्रसाद सावंत कहने वाले युवक ने बताया कि उसने अपनी प्रेमिका की गला रेतकर हत्या कर दी है। शुरुआत में तो पुलिस हैरान हो गई, लेकिन युवक द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर जांच में जुट गई। युवक से मिली जानकारी के आधार जब पुलिस दीपक सोसायटी के पास पहुंची तो एक लड़की खून से लथपथ दिखाई दी। उस लड़की का गला किसी धारदार हथियार से काटा गया था। इसके बाद पुलिस ने लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घर वालों ने शादी से किया था इनकार
लड़की की पहचान एकता तलवडकर (२४) के रूप में हुई, जो लोअर परेल के डिलाई रोड स्थित म्हाडा बिल्डिंग में रहती थी। वो भायखला के एक ट्रेवल्स कंपनी में काम करती थी। इस मामले में पुलिस ने प्रसाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी कहानी सामने आई। प्रसाद ने बताया कि वह लालबाग के पेरू चाल नंबर ११ का रहने वाला है। वह एक एजंसी में फोटोग्राफी करने का काम करता था। उसका लोअर परेल में रहने वाली एकता तलवडकर के साथ पिछले ११ वर्षों से प्रेम संबंध था। उन दोनों का प्यार पूरे शबाब पर पहुंच गया तो दोनों ने घरवालों के सामने शादी का प्रस्ताव रखा, लेकिन एकता के घरवालों ने इनकार कर दिया। इसके बाद सावंत के घर वाले भी दोनों के मिलने के पक्ष में नहीं थे। दोनों परिवारों के विरोध के बावजूद सावंत और एकता ११ साल तक एक साथ रहे। कुछ दिन कैसे भी बीतने के बाद दोनों ने खुदकुशी करने का फैसला किया।
सच्चाई पता लगाने में जुटी पुलिस
काला चौकी पुलिस स्टेशन के कुछ अधिकारियों की मानें तो एकता के घरवालों द्वारा शादी करने का विरोध किए जाने के बाद से वह प्रसाद से दूरी बना रही थी, जो प्रसाद को सही नहीं लग रहा था। इसके लिए उसने हत्या का प्लान बना डाला था। पुलिस उपायुक्त (प्रवक्ता) धनंजय कुलकर्णी ने बताया कि प्रसाद ने एकता की हत्या तो की, लेकिन वह इसके लिए १५ दिन पहले ही नया चाकू खरीद लाया था। वह चाकू पास में ही रखता था। खैर पुलिस इस अधूरी प्रेम कहानी की जांच में जुटी है। अब देखना यही है कि इस अधूरी प्रेम कहानी में कितनी सच्चाई है। यह तो आने वाला समय ही बताएगा, जब न्यायालय में इसका पैâसला आएगा।
खुद की हत्या से घबरा गया
युवक के अनुसार, घटना वाले दिन आरोपी प्रसाद पहले भायखला गया और एकता को लेकर शाम सवा सात बजे दीपक ज्योति सोसायटी के पास पहुंचा। यहां प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे से कुछ देर तक बात करते रहे। उसके बाद दोनों में विवाद हो गया। उस विवाद की वजह से गुस्साए प्रसाद ने अपने पास रखे चाकू से एकता का गला काटकर हत्या कर दी। लेकिन जब उसके खुदकुशी का समय आया तो खुद को मारने से घबरा गया और सीधे पुलिस स्टेशन में जाकर समर्पण कर दिया। इसके बाद पुलिस ने प्रसाद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।