सामना संवाददाता / मुंबई
जीवनभर के लिए चैंपियंस बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही नए दौर की फुटबॉल अकादमी एफसी मद्रास ने कल चेन्नई के पास महाबलीपुरम में एक विश्व स्तरीय फुटबॉल अकादमी शुरू की है। नए ‘होम ऑफ एफसी मद्रास’ को एआईएफएफ (ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन) और एएफसी (एशियन फुटबॉल कांफेडरेशन) द्वारा फिफा स्टैंडर्ड्स के अनुसार बनाया गया है। २३ एकड़ पर फैले इस एकीकृत कैंपस में आधुनिक फ्लडलिट फुटबॉल पिच हैं, इनमें पूर्व एशिया का पहला हाइब्रिड पिच, फंक्शनल स्टेंथ एंड कंडीशनिंग सेंटर, मेडिकल और रिकव्हरी सुविधा, अंतरराष्ट्रीय स्तर का इनडोर फुटसल पिच, छह लेन का स्विमिंग पूल, आधुनिक किचन के साथ आवासीय होस्टल और डाइनिंग सुविधाएं और एनआईओएस पाठ्यक्रम के साथ (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग) वैकल्पिक लर्निंग सेंटर शामिल हैं। कौशल विकास के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के साथ यह अकादमी विश्व स्तरीय फुटबॉल सुविधाओं, फुटबॉल, शिक्षा और जीवन कौशल को एकीकृत करने वाली कार्यप्रणाली का अनूठा मिलाप प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। इस आवासीय अकादमी में १३० एथलिट रह सकते हैं, ट्रेनिंग के साथ-साथ रहने और पढ़ने की व्यवस्था भी यहां हो सकती है। एफसी मद्रास के संस्थापक गिरीश मातृभूतम ने कहा कि अगले मेस्सी को मद्रास से खोज निकालना हमारा सपना है। हमारे देश के युवाओं में अद्भुत खेल प्रतिभाएं हैं जो सफलता पाने के योग्य हैं, लेकिन उन्हें अपनी वास्तविक क्षमता को अनलॉक कर पाने के लिए बुनियादी सुविधाएं, वातावरण और अवसर की आवश्यकता है। आज सरकार और निजी कंपनियों की खेल और इसकी बुनियादी सुविधाओं में दिलचस्पी बढ़ रही है यह उत्साहजनक है। मेरा मानना है कि यह नया एफसी मद्रास कैंपस अन्य नेताओं और व्यवसायों को इसी तरह की अकादमियां बनाने के लिए प्रेरित करेगा, क्योंकि हमारे भविष्य को चैम्पियंस की आवश्यकता है। एफसी मद्रास में स्पोर्ट्स और गवर्नेंस के डायरेक्टर धनंजय सीकेएम ने कहा कि एफसी मद्रास भारत की पहली स्मार्ट फुटबॉल अकादमी होगी जिसमें हमारे एथलिटों के लिए विश्व स्तरीय फुटबॉल अकादमी प्रथाओं और खेल प्रौद्योगिकी में डेटा एनालिटिक्स, वीडियो एनालिसिस, स्पोर्ट्स सायन्स जैसी तकनीकी प्रगति और खेल पोषण के आधार पर इष्टतम प्रदर्शन का मिलाप होगा।