मुख्यपृष्ठनए समाचारमविआ की सभा से सत्ताधारियों को डर-नाना पटोले

मविआ की सभा से सत्ताधारियों को डर-नाना पटोले

सामना संवाददाता / मुंबई 
मुंबई के बीकेसी में संपन्न ‘वङ्कामूठ’ सभा में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य की ‘ईडी’ सरकार पर जमकर हमला किया। अपने भाषण की शुरुआत करते हुए नाना पटोले ने कहा कि यह महाराष्ट्र की तीसरी ‘वङ्कामूठ’ सभा है, इसमें लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। सभाओं में बढ़ती संख्या को देख सत्ताधारियों को डर सताने लगा है। यानी उनकी हालत खराब हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में हुए बाजार समिति चुनावों के परिणाम ने बता दिया है कि किसान, मजदूर, मेहनतकश लोगों ने सत्तारूढ़ दल को नकार दिया है। बाजार समिति का परिणाम महाविकास आघाड़ी के पक्ष में आया है। पटोले ने कहा कि ‘ईडी’ सरकार संवैधानिक प्रक्रिया को समाप्त करने की कोशिश कर रही है। यही कारण है कि मनपा, नगरपालिका, जिला परिषद का चुनाव नहीं करा रही है।
नाना पटोले ने खारघर की घटना को सामूहिक हत्याकांड की घटना बताते हुए इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। पटोले ने कहा कि खारघर के कार्यक्रम के दौरान दोपहर १२ बजे पहली मौत हुई थी, लेकिन सरकार का यह कार्यक्रम चलता ही रहा। इतना ही नहीं, बल्कि सभी मंत्री एसी में बैठकर पकवान खाने में व्यस्त रहे। सरकार के एक मंत्री घटना के दूसरे दिन विदेश यात्रा पर निकल गए और सारा ठीकरा अप्पासाहेब धर्माधिकारी पर फोड़ दिया। नाना पटोले ने सवाल उठाया कि इतने दिन बीत जाने के बाबजूद अभी तक इस मामले में कोई अपराध दर्ज नहीं किया है।
बारसू रिफाइनरी परियोजना के खिलाफ शुरू आंदोलन पर नाना पटोले ने कहा कि यहां के आंदोलनकारियों पर ईडी सरकार बेरहमी से लाठीचार्ज कर रही है, ये लोग सरकार को श्राप दे रहे हैं। पटोले ने सवाल उठाया है कि जब कोकण की हवा अच्छी है तो वहां रिफाइनरी लगाकर पर्यावरण को दूषित करने की कोशिश क्यों की जा रही है? उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ के बारे में ७५ प्रतिशत जनता को मालूम नहीं है। उन्होंने कहा कि मन की बात नहीं, जन की बात सुननी पड़ेगी, जनता की सुनना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र ओर राज्य की ‘ईडी’ सरकार मुठ्ठीभर लोगों के लिए काम कर रही है। इस तानाशाही सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंके बिना आघाड़ी शांत नहीं बैठेगी।

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