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आखिरकार १५ साल की तपस्या हुई खत्म : एमबीएमसी के ५१ कंप्यूटर ऑपरेटरों को मिली स्थाई नौकरी

अधिशेष पदों को सृजित कर सेवा में समाहित
करने हेतु राज्य सरकार की स्वीकृति
चंद्रकांत दुबे / भायंदर
मीरा-भायंदर महानगर पालिका सेवा में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तय वेतन पर काम कर रहे ५१ कर्मचारियों को बड़ी राहत मिली है। जिन्हें पिछले १५ वर्षों की सेवा के बाद स्थायी सेवा में समाहित किया जाएगा।
बता दें कि ये कंप्यूटर ऑपरेटर वर्ष २००७ से मनपा में सेवा दे रहे हैं। अब राज्य सरकार ने अधिशेष पद सृजित कर संबंधित कर्मचारियों को सेवा में समाहित करने का निर्णय लिया है। मनपा आयुक्त दिलीप ढोले द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव पर यह कार्रवाई की गई है।
मीरा-भायंदर महानगर पालिका में विभिन्न विभागों में आवश्यकता होने के कारण इन कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति की गई थी। इस पद पर कुल ६३ कर्मचारी कार्यरत हैं, जिसमें से वर्ष २००७ में साक्षात्कार के माध्यम से ५१ कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति की गयी थी। तब से ये एकमुश्त वेतन पर कार्य कर रहे हैं। जिनकी तपस्या अब जाकर खत्म हुई।
पिछले कई वर्षों से उन्हें स्थायी रूप से सेवा में शामिल करने की मांग की जा रही थी। इसी पृष्ठभूमि में मनपा आयुक्त दिलीप ढोले ने कुछ महीने पहले कंप्यूटर ऑपरेटरों के ५१ अतिरिक्त पद सृजित कर उन्हें स्थाई सेवा में शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। चूंकि मनपा योजना में कंप्यूटर ऑपरेटरों के पद स्वीकृत नहीं थे। उन्होंने इसे मंजूरी के लिए राज्य सरकार के नगरविकास विभाग को भेजा था, जिसे राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है।
इसलिए अब शासन द्वारा आदेश जारी होने की तिथि से कंप्यूटर ऑपरेटरों को स्थायी सेवा में समाहित किया जाएगा। साथ ही इन्हें ७वें वेतन आयोग के मुताबिक वेतन दिया जाएगा।

 

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