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पहले छापा, फिर चंदा, पहले चंदा, फिर ठेका! …परत-दर-परत खुलने लगी है इलेक्टोरल बांड घोटाले की सच्चाई

-टॉप ३० दानदाताओं में से १४ पर पड़े थे, ईडी, सीबीआई और आईटी के छापे
सामना संवाददाता / मुंबई
इलेक्टोरल बांड के मामले में देश के सर्वोच्च न्यायालय की कड़ी फटकार के बाद भारतीय जनता पार्टी के `वसूली’ के धंधे का पर्दाफाश हो गया है। इलेक्टोरल बांड घोटाले की सच्चाई परत-दर-परत खुलने लगी है। टॉप ३० दानदाताओं में से १४ वही हैं, जिन पर ईडी, सीबीआई और आईटी के छापे पड़े थे। उन कंपनियों ने इलेक्टोरल बांड के जरिए भाजपा को दिल खोलकर चंदा दिया है।
भाजपा की वसूली की पोल खुलते ही कांग्रेस पार्टी हमलावर हो गई है। आम आदमी पार्टी ने भी भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि अब तक इलेक्टोरल बांड का डेटा भाजपा की कम से कम ४ भ्रष्ट नीतियों को सामने लाता है, जिसमें चंदा दो धंधा लो, हफ्ता वसूली, रिश्वत लेने का नया तरीका और शेल कंपनियों के जरिए से मनी लॉन्ड्रिंग शामिल है। ऐसी कई कंपनियों के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने इलेक्टोरल बांड लिया है और इसके तुरंत बाद सरकार से भारी लाभ प्राप्त किया है। २०१९ और २०२४ के बीच पॉलिटिकल पार्टियों को इलेक्टोरल बांड के जरिए दान देने वाली टॉप ५ कंपनियों में से ३ ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने ईडी और इनकम टैक्स द्वारा जांच के बाद इलेक्टोरल बांड खरीदे हैं। इनमें लॉटरी कंपनी फ्यूचर गेमिंग, इंप्रâास्ट्रक्चर फर्म मेघा इंजीनियरिंग और वेदांता ग्रुप शामिल हैं।
`चुनावी बांड स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। यह ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग के माध्यम से डरा-धमकाकर वसूली का प्रकार है। चुनावी बांड की खरीद में शेल कंपनियों का भी व्यापक रूप से उपयोग किया गया है।’
-जयराम रमेश, कांग्रेस मीडिया प्रभारी

`इलेक्टोरल बांड भाजपा के लिए चंदा नहीं, एक तरह की वसूली है। काले धन को सफेद करने की भाजपा की गारंटी है। यह इलेक्टोरल बांड जनता के शोषण की भाजपाई गारंटी है। केंद्र की शक्तियों का दुरुपयोग और राजनीतिक वातावरण को दूषित करने की भाजपाई गारंटी है। इलेक्टोरल बांड देशवासियों की बर्बादी की भाजपाई गारंटी है।’
-अखिलेश यादव, सपा प्रमुख

‘पीएम मोदी ‘न खाउंगा न खाने दूंगा’ कहते रहे और उनके पार्टी ने इलेक्टोरल बांड के जरिए सबसे ज्यादा चंदा हासिल किया। हमारे पास आज की डेट में खर्च करने का पैसा नहीं है और उनके (भाजपा) पास चोरी से गलत तरीके से खूब पैसा आ रहा है। भाजपा के चंदों की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी द्वारा कराई जाए और तब तक भाजपा के बैंक खाते सीज कर दिए जाएं।’
-मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय अध्यक्ष,

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