योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर
जिले में प्रस्तावित वाढवण बंदरगाह के विरोधियों को पालघर के जिला परिषद के अध्यक्ष और शिंदे गुट के प्रकाश निकम के दलाल कहने पर मछुआरों, किसानों और आदिवासियों का आक्रोश चरम पर है। जिससे घबराई भाजपा ने शिंदे के सैनिक से अपना पल्ला झाड़ लिया है। पालघर लोकसभा सीट से महायुति के उम्मीदवार डॉक्टर हेमंत सावरा से कहा कि बंदरगाह के विरोधियों को लेकर प्रकाश निकम के बयान का महायुति से कोई संबंध नहीं है। ये उनका व्यक्तिगत बयान था। बता दें कि जिला परिषद अध्यक्ष प्रकाश निकम ने महायुति के एक कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि बंदरगाह परियोजना का विरोध सिर्फ दलाल कर रहे हैं आम लोग नहीं। प्रकाश निकम के बयान के बाद तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग भड़के हुए हैं।
वाढवण बंदर विरोधी संघर्ष कृति समिति ने बयान पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि वह इस बयान से आहत है। महायुति के उम्मीदवार का विरोध करेंगे और बंदरगाह परियोजना का विरोध कर रही महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार को समर्थन देंगे। फिलहाल, प्रकाश निकम का बयान महायुति के उम्मीदवार को भारी पड़ता दिख रहा है। निकम के बयान के बाद मछुआरों के कई गांवों में तीव्र आक्रोश देखा जा रहा है। तटीय इलाकों में रहने वाले मछुआरों, बागवानों, आदिवासियों, भूमिपुत्रों, स्थानीय लोगों, डायमेकर्स समेत किसानों ने भी निकम के बयान की निंदा की है और बंदरगाह का विरोध कर रहे मछुआरों तथा अन्य संगठनों ने पुलिस को ज्ञापन देकर प्रकाश निकम पर कार्रवाई की मांग की है।