सामना संवाददाता / मुंबई
छत्रपति संभाजीनगर में तीन दिनों से तेंदुआ घूम रहा है, जिससे क्षेत्र में दहशत फैली हुई है। वन विभाग के अधिकारी काफी प्रयासों के बावजूद इस तेंदुए को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहे हैं। शहर के कई सीसीटीवी में यह तेंदुआ रात के समय घूमता नजर आ रहा है। इसीलिए लोगों से अपील की गई है कि बच्चों को सड़कों पर अकेला न छोड़ा जाए। इतना ही नहीं तेंदुए से बच्चों को बचाने के लिए लिए गुरुवार को दरगाह क्षेत्र के चार स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। छत्रपति संभाजीनगर के उल्कानगरी में सोमवार से तेंदुआ सक्रिय है। तेंदुए के डर से शहर के चार प्रमुख स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इसमें जैन इंटरनेशनल, गुरुकुल ओलंपिक, पोतदार इंटरनेशनल स्कूल शामिल हैं। वन विभाग ने उल्कानगरी, खिवंसरा पार्क और पोदार स्कूल के पास पिंजरे लगाए हैं। नासिक के चार, जुन्नार के ११ वन रक्षकों के साथ छत्रपति संभाजीनगर के ९० कर्मी तेंदुए की तलाश कर रहे हैं। वन विभाग ने उल्कानगरी से लेकर बेस्ट प्राइस तक तेंदुए की तलाश का गई, लेकिन तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिला। झाड़ियों में एक पिंजरा रखा गया है और उसमें भोजन के रूप में एक बकरी को रखा गया है। इसके अलावा जाल से भी तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया जाएगा। इस बीच पिछले ७० घंटों से तेंदुए की कोई हलचल दिखाई नहीं दी है। वन विभाग ने कहा कि यह उसका हमेशा का रास्ता नहीं होगा। इस क्षेत्र में आकर वह रास्ता भूल गया होगा। अगर वह गलती से भी कहीं गया होगा या कहीं छुपा होगा तो उसे ढुंढ़ लिया जाएगा। वहीं नासिक रेस्क्यू टीम के सदस्य अभिजीत महाले ने नागरिकों से न घबराने और अफवाहों पर यकीन न करने की अपील की है।