• बिहार-यूपी के खिलाफ दिया था बयान
सामना संवाददाता / पणजी
बिहारी लोगों के खिलाफ दिए अपने बयान को लेकर गोवा के मुख्यमंत्री ने माफी मांगी है। उन्होंने कहा था कि गोवा में ९० फीसदी अपराध के लिए यूपी-बिहार के प्रवासी मजदूर जिम्मेदार हैं। इस विवाद के बाद सीएम प्रमोद सावंत के खिलाफ बिहार में केस दर्ज किए जाने की भी खबर है।
अब गोवा के सीएम ने मामले में अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। प्रमोद सावंत ने कहा कि अगर किसी राज्य या वहां के मजदूर को दुख पहुंचा हो तो वह खेद व्यक्त करते हैं। बयान को लेकर हो रहे विरोध पर सावंत ने कहा, ‘१ मई को मजदूर दिवस के दिन एक फंक्शन हमने गोवा में आयोजित किया था, उसमें मेरा भाषण कोकणी भाषा में था। हमने सभी राज्य के मजदूरों को वहां सम्मानित किया था। कुछ नेताओं ने मेरा बयान ट्विस्ट किया है। उन्हें मेरा भाषण फिर से देखना चाहिए। प्रमोद सावंत ने कहा, ‘मैं वही बोल रहा था कि गोवा में क्राइम नहीं होना चाहिए और हुआ तो उसे पकड़ने के लिए लेबर कार्ड जरूरी है। जो माइग्रेंट लेबर आते हैं उनसे अगर कोई क्राइम हुआ तो उसकी जांच के लिए लेबर कार्ड जरूरी है।’ गोवा सीएम ने आगे कहा, ‘जाने-अनजाने में किसी राज्य या मजदूर को दुख पहुंचा हो तो मैं इसके प्रति खेद व्यक्त करता हूं।’ बता दें कि पूर्व में सावंत ने कहा था, ‘गोवा में अपराध करने के बाद प्रवासी मजदूर अक्सर अपने राज्य भाग जाते हैं और उनका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। गोवा में लगभग ९० फीसदी अपराध बिहार, उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्य से आए प्रवासी मजदूर करते हैं।’ इस पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए पूछा कि ‘भाजपा और उनके नेताओं को बिहार और बिहारियों से नफरत क्यों है?’
पटना में शिकायत दर्ज
पटना की एक अदालत में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ उनके बयान ‘गोवा में ९० फीसदी अपराध उत्तर प्रदेश व बिहार से आए प्रवासी मजदूर करते हैं’ को लेकर शिकायत दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता जेडीयू के एक स्थानीय नेता ने कहा, ‘दूसरे राज्य के लोगों के प्रति ऐसी घृणा रखनेवाले मुख्यमंत्री पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’