अमर झा / भायंदर
मीरा-भायंदर की सड़कों पर हुए गड्ढे एवं उसकी दुर्दशा पर पूर्व भाजपा विधायक ने अपनी ही महायुति की सरकार में होनेवाले भ्रष्टाचार को उजागर किया है। मेहता का आरोप है कि मीरा-भायंदर के मुख्य मार्ग के निर्माण में खर्च हुए २२ करोड़ रुपए की निधि में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसके कारण दो वर्ष पूर्व बनी सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। ज्ञात हो कि मीरा-भायंदर की सड़क की हालत खराब हो गई है। हर सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे नजर आते हैं। हर दिन वाहनचालक गिर कर चोटिल हो रहे हैं। दो पहिया वाहन चालक लगातार दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं, जबकि हर वर्ष सड़क निर्माण एवं इसके मरम्मत कार्य पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। मुख मार्ग के साथ-साथ सभी मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। मीरा-भायंदर शहर के मुख्य मार्ग काशीमीरा से लेकर गोल्डन नेस्ट सड़क का निर्माण दो वर्ष पूर्व लगभग २२ करोड़ रुपए की लागत से एमएमआरडीए द्वारा किया गया है। इस सड़क निर्माण की निधि को लाने एवं सड़क निर्माण का श्रेय उस समय वर्तमान विधायक गीता जैन ने लिया था। उस समय ऐसा दावा किया गया था कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं होगी, जबकि मात्र दो वर्षों में मुख्य मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे पड़ गए हैं।
वहीं अब इतनी बड़ी लागत से बनी मीरा-भायंदर की मुख्य सड़क की दुर्दशा पर पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर गुरुवार को गड्ढों को भरते हुए इसमें हुए भ्रष्टाचार एवं कमीशनखोरी की बात खुलेआम कह कर अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मेहता ने मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की है। मेहता ने कहा कि किन-किन लोगों ने कमीशन खाया है, इसकी जांच होनी चाहिए।बांधकाम विभाग के कार्यकारी अभियंता दीपक खांवित ने कहा कि एमएमआरडीए द्वारा २२ करोड़ की राशि से बनाई गई सड़क का रखरखाव एमएमआरडीए द्वारा निर्धारित किया गया ठेकेदार करेगा। मीरा-भायंदर शहर की सड़क का निर्माण मनपा द्वारा हुआ है।