सामना संवाददाता / मुंबई
चालीस गद्दार विधायक अयोग्य होंगे मतलब होकर ही रहेंगे, ऐसा जबरदस्त विश्वास एड. अनिल परब ने कल ‘आवाज कुणाचा’ नामक यूट्यूब पर शुरू हुए शिवसेना के पॉडकास्ट के मंच पर व्यक्त किया। ‘आवाज कुणाचा’ पॉडकास्ट मंच पर निवेदक के रूप में शिवसेना सचिव आदेश बांदेकर के सवालों का एड. अनिल परब ने सरल और प्रभावी जवाब दिया। उन्होंने राज्य में चल रहे सत्तासंघर्ष के साथ शिवसेना की स्थापना, आंदोलन, हिंदूहृदयसम्राट माननीय शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे और उद्धव ठाकरे के कार्यों आदि सहित विभिन्न बातों पर रोशनी डालते हुए कहा कि हम बालासाहेब के कट्टर शिवसैनिक हैं और उद्धव ठाकरे के साथ हम दृढ़ता से खड़े हैं। उन्होंने बताया कि बालासाहेब के विचारों को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, ऐसा कहने वाले ४० गद्दारों में से २५ गद्दार कभी बालासाहेब से मिले ही नहीं थे। ये सब ऐसे दलों से आए थे, जिनकी विचारधारा शिवसेना से विपरीत थी। अनेकों ने २०१४ के चुनाव से पहले शिवसेना में प्रवेश किया। इन लोगों ने बालासाहेब के विचारों के विरुद्ध काम किया और आज बालासाहेब के विचार हमें बता रहे हैं। शिवसेना क्या है यह हमें कोई नहीं सिखाए, ऐसा उन्होंने कहा।
‘आवाज कुणाचा’ शिवसेना के पॉडकास्ट को मिला जोरदार प्रतिसाद
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी का कल ‘यूट्यूब’ पर शुरू हुए ‘आवाज कुणाचा’ पॉडकास्ट के पहले भाग को जोरदार प्रतिसाद मिला है। सत्ता संघर्ष के गद्दारों का कानूनी तौर पर क्या होगा? इस विषय पर कल पहले भाग में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के विधायक एड. अनिल परब ने सरल और प्रभावी भाषा में जवाब दिया। पहले भाग में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के पैâसले के बारे में शिवसेनिकों के मन में जो शंकाएं थीं, उसका निराकरण किया।