सामना संवाददाता / मुंबई
ठाणे मनपा क्षेत्र में जगह-जगह कचरे का अंबार नजर आ रहा है, वहीं मुंब्रा में कचरा न उठाए जाने को लेकर ठाणे मनपा के पूर्व विरोधी पक्ष नेता अशरफ शानू पठान अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए हैं। बता दें कि ठाणे मनपा के कचरा को प्रोसेसिंग करने वाली कॉन्ट्रैक्ट कंपनी को मेहनताना न मिलने पर काम बंद कर रखा है, जिससे पूरे शहर में जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया है और लोग बदबू से परेशान हो रहे हैं। साथ ही बीमारियों के भी पैâलने की आशंका बन गई है। इसे देखते हुए विरोधी पक्ष नेता अशरफ शानू पठान की अगुवाई में मुंब्रा में लोग धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। धरना-प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना है कि हम यहां दो समस्याओं को लेकर बैठे हैं, एक जलापूर्ति तो दूसरा कचरा न उठाए जाना। वहीं ठाणे मनपा के पूर्व विरोधी पक्ष नेता अशरफ शानू पठान ने कहा कि ठाणे मनपा मुंब्रा से सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है? एमआईडीसी से मुंब्रा-कौसा में आनेवाले पानी को क्यों दूसरी तरफ मोड़ा जा रहा है? मुख्य जलापूर्ति लाइन से पानी चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है?
बता दें कि ठाणे स्थित डायघर क्षेत्र में कचरा परियोजना में कार्यरत ठेकेदारों को भुगतान न होने के कारण उन्होंने डंपर की गाड़ियों को रोक दिया था, जिसके बाद सड़कों पर डंपर वाहनों की लाइन लग गई है। इससे परेशान होकर अब आसपास के लोग डायघर कचरा परियोजना का विरोध कर रहे हैं। कचरा उठाने वाले डंपर वाहनों के बंद होने से कलवा, दिवा और मुंब्रा सहित अन्य इलाकों में कचरे का ढेर जमा हो गया है। इसके अलावा भारी बारिश की वजह से कचरा सड़ने लगा हैं और बदबू पैâलना शुरू हो गया है। इसके अलावा बीमारी पैâलने की भी आशंका जताई जा रही है, जिसकी वजह से लोग धरने पर बैठ गए हैं।