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गहलोत ने की मोदी की आलोचना : बीजेपी के चुनावी एजेंट के रूप में पीएम का भाषण!

• ‘पूर्व रेल मंत्रियों के काम भ्रष्टाचार नहीं!’
• पीएम की चौतरफा निंदा
सामना संवाददाता / जयपुर
मंच कोई भी हो, पीएम नरेंद्र मोदी हमेशा ऐसा दिखाते हैं मानो देश का विकास २०१४ के बाद से ही शुरू हुआ है। परंतु कल मोदी को यहां करारा जवाब मिला जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके सामने ही उनके भाषण की धज्जियां उड़ाते हुए कहा कि पीएम ने आज बीजेपी के एजेंट के रूप में चुनावी भाषण दिया है।

मोदी ने कांग्रेस पर काफी हमले किए। इसके बाद गहलोत ने पीएम मोदी पर पलटवार किया। दरअसल, पीएम मोदी ने अजमेर-दिल्ली रूट पर वंदे भारत ट्रेन की लॉन्चिंग के वक्त कांग्रेस पर निशाना साधा था। गहलोत की मौजूदगी में ही मोदी ने कहा कि पहले राजनीतिक स्वार्थ हावी था, उसी के अनुसार रेलवे में सारी चीजें तय होती थीं। इस पर पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा, ‘पीएम मोदी जी, मुझे दुख है कि आज आपने मेरी मौजूदगी में २०१४ से पूर्व के रेलमंत्रियों जैसे, लाल बहादुर शास्त्री, जगजीवनराम, गुलजारी लाल नंदा, कमलापति त्रिपाठी, माधवराव सिंधिया, नीतिश कुमार, ममता बनर्जी और मल्लिकार्जुन खरगे समेत सभी के कार्यकाल को भ्रष्टाचार और राजनीति स्वार्थ से प्रेरित बताया… ये दुर्भाग्यपूर्ण है।’ गहलोत ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार ने रेलवे बजट को खत्म कर रेलवे के महत्व को कम करने की कोशिश की है। डॉ.मनमोहन सिंह ने वित्तमंत्री के रूप में १९९१ में आर्थिक उदारीकरण किया था, इस वजह से आधुनिक ट्रेनें चल पा रही हैं। उन्होंने देश में नई तकनीक को विकसित होने का अवसर दिया। यह कहना गलत है कि रेलवे में सुधार २०१४ के बाद ही हुए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि पीएम मोदी ने आज का भाषण विधानसभा और लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया है। ये बयान भाजपा के चुनावी एजेंडे के रूप में था। मेरा मानना है कि ऐसी टिप्पणी प्रदेशवासियों और देशवासियों के गले नहीं उतरती।

२०१४ के बाद आया बदलाव
मोदी ने कहा कि रेलवे में २०१४ के बाद बदलाव आया। इसके पहले राजनीतिक स्वार्थ ने ही ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा करवाई जो कभी चली ही नहीं। हालत यह थी कि गरीब की जमीन छीनकर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया। रेलवे की सुरक्षा, स्वच्छता नजरअंदाज कर दिया गया था। इन सारी व्यवस्थाओं में बदलाव वर्ष २०१४ के बाद आना शुरू हुआ। पीएम के इन बयानों की चौतरफा निंदा हो रही है।

पायलट कराएंगे कांग्रेस की लैंडिंग
राज्य में गहलोत-विवाद को एक बार फिर हवा दी जा रही है। कहा जा रहा है कि इससे कांग्रेस को नुकसान होगा पर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जिस तरह से पायलट ने मोर्चा संभाला है वह कांग्रेस के लिए जोश का संचार करेगा और पायलट अगले चुनाव में कांग्रेस की सेफ लैंडिंग कराने में सफल होंगे।

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