सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति की इस साल के अंत में होनेवाले विधानसभा चुनावों में भारी हार से ठीक पहले सरकार ने अडानी समूह के साथ एक और समझौता किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिय मित्र गौतम अडानी की कंपनी को महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने एक और सौगात दी है। कांग्रेस विधायक व प्रवक्ता सचिन सावंत ने इस सौदे को लेकर जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा कि राज्य की सरकार ने जाते-जाते पीएम मोदी के लिए अडानी समूह से ६,६०० मेगावॉट बिजली की खरीदी अगले २५ वर्ष तक के लिए करने का करार किया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस धांधली वाले सौदे के चौंकानेवाले विवरण जल्द ही सामने आएंगे।
दरअसल, इस अनुबंध में गुजरात में अडानी ग्रीन एनर्जी के खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क से ५,००० मेगावॉट सौर ऊर्जा और अडानी पॉवर द्वारा विकसित किए जा रहे एक नए अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल प्लांट से १,४९६ मेगावाट थर्मल पॉवर की खरीदी महाराष्ट्र सरकार अगले २५ वर्षों तक करेगी। अडानी पॉवर ने महाराष्ट्र के राज्य बिजली वितरक को ४.०८ रुपए प्रति यूनिट की दर से अक्षय और थर्मल बिजली की आपूर्ति करने की बोली जीती है और उसके अनुसार समझौता हुआ है। सूत्रों के हवाले से आई खबर के अनुसार यह बोली, जो महाराष्ट्र में बिजली की वर्तमान खरीद लागत से लगभग १ रुपए कम है, लेकिन बाद में इसमें वृद्धि की गुंजाइश बनी हुई है।