गजल : दिल टूटा

जो दिल टूटा तो फिर सब से भरोसा टूट जाता है
जो टूटी आस तो हर एक वादा टूट जाता है
कभी पलकें सिमट कर यूं
गिरा देती हैं मोती को
कभी नमकीन मोती सा सितारा टूट जाता है
कभी जब झांकता है चांद तेरी प्यारी सूरत से
तुझे ना प्यार करने का इरादा टूट जाता है
कि है बाजार दुनिया मोल सबका लग गया देखो
जो खुद को जिंस न समझे तो ये सौदा टूट जाता है
‘कनक’ उलझी रही दुनिया कई हल्के सवालों में
जवाबों का सिरा, लेकिन तुम्हारा टूट जाता है।
-डॉ.कनक लता तिवारी

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