सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में कल १२वीं की परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ। इस वर्ष १२वीं परीक्षा का परिणाम ९१.२५ फीसदी रहा है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में कम है। राज्य के नतीजों में जहां कोकण मंडल बोर्ड और वहां की लड़कियों का दबदबा कायम है, वहीं मुंबई मंडल बोर्ड ने इस साल भी निराशाजनक प्रदर्शन किया है। मुंबई को सबसे कम ८८.१३ फीसदी रिजल्ट मिला है। पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष मुंबई के रिजल्ट में २.७८ फीसदी गिरावट आई है।
इस वर्ष कोरोना के बाद पहली बार शत-प्रतिशत पाठ्यक्रम आधारित परीक्षा बिना विस्तारित समय रियायत के आयोजित की गई थी। शायद इसी का नतीजा है कि इस साल परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में गिरा है और मेधावी छात्रों की संख्या (मेरिट) भी कम हुई है।
राज्य के ३ हजार १९५ मुख्य केंद्रों पर हुई इस परीक्षा के लिए १४ लाख २८ हजार १९४ छात्रों ने पंजीकरण कराया था। इस वर्ष पिछले पांच वर्षों की तुलना में सबसे अधिक छात्रों ने फार्म भरे थे। परीक्षा में शामिल हुए इन १४ लाख १६ हजार ३७१ छात्रों में से १२ लाख ९२ हजार ४६८ छात्र पास हुए हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल राज्य का रिजल्ट २.९७ फीसदी कम रहा है।
मंडल बोर्ड का परिणाम प्रतिशत
कोकण- ९६.०१ प्रतिशत
पुणे- ९३.३४ प्रतिशत
नासिक- ९१.६६ प्रतिशत
लातूर- ९०.३७ प्रतिशत
कोल्हापुर- ९३.२८ प्रतिशत
नागपुर ९०.३५ प्रतिशत
अमरावती -९२.७५ प्रतिशत
मुंबई -८८.१३ प्रतिशत