जय सिंह
उत्तर भारत में एक से बढ़कर एक माफिया हुए, जिन्होंने अपने अपराध से जरायम की दुनिया में अपने नाम का डंका बजाया, अधिकतर माफिया या तो जेल की सलाखों के पीछे हैं या गैंगवॉर की भेंट चढ़ गए हैं तो कुछ दहशत में जी रहे हैं। कुख्यात माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे की जान को खतरा बताते हुए कासगंज जेल से शिफ्ट करने की मांग उनके दूसरे बेटे निकहत अंसारी ने की है। दरअसल, यह डर है प्रदेश के सबसे बड़े कुख्यात माफिया ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह का जिसको कासगंज जेल में ही रखा गया है। बता दें कि ध्रुव को धनंजय सिंह का करीबी माना जाता है। कुंटू को हाल ही में उसके एक साथी संजय यादव के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच पेशी पर आजमगढ़ लाया गया था। उस दिन आजमगढ़ की अदालत पुलिस की छावनी बनी हुई थी। ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह काफी सालों से जेल में है। उस पर और उसकी पत्नी समेत गिरोह के दर्जनों लोगों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है। कुंटू सिंह निवासी छपरा सुल्तानपुर डी-११ गैंग का सरगना है। खुद ध्रुव पर ८० से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। प्रदेश की पुलिस भी जानती है कि इस माफिया के खिलाफ कोई गवाही देने नहीं आएगा। अब आपको अब्बास अंसारी के डर का कारण बता दें। कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर लगा है। उस हत्या में शामिल मुन्ना बजरंगी और जीवा दोनों की हत्या हो चुकी है। मारे गए दोनों लोग मुख्तार के ही लोग हैं। यही वजह है कि अब्बास को डर सता रहा है कि कहीं ध्रुव अब्बास को निशाना न बना दे। वैसे भी ध्रुव सिंह को धनंजय सिंह का करीबी माना जाता है। धनंजय सिंह और बृजेश सिंह की दोस्ती छुपी नहीं है तथा बृजेश को मुख्तार का विरोधी माना जाता है। बकौल, पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य की मानें तो जेल में बंद होने के बाद भी आपराधिक प्रभाव से अपनी पत्नी वंदना सिंह के सहयोग से कुंटू गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह चला रहा था। इस गिरोह का काम हत्या, रंगदारी, जमीन पर कब्जा करना मुख्य पेशा था। आजमगढ़ हो या प्रदेश की कोई भी अदालत भय के कारण कुंटू के खिलाफ मुकदमा दर्ज व गवाही करने की हिम्मत नहीं कर पाता है। कुंटू की चर्चा उस समय सर्वाधिक हुई, जब हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या के बाद माफिया ध्रुव कुमार पर कार्रवाई का सिलसिला जारी हुआ। आजमगढ़ में डीएम के निर्देश के बाद अवैध रूप से बने मफिया के पॉलिटेक्निक कॉलेज को शुक्रवार की रात ध्वस्त कर दिया गया। पूरी रात कॉलेज बिल्डिंग को गिराने की कार्रवाई चलती रही। जमींदोज संपत्ति की कीमत १२.५ करोड़ आंकी गई है। अब तक प्रशासन द्वारा हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या के बाद माफिया कुंटू सिंह पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। आजमगढ़ में डीएम के निर्देश के बाद अवैध रूप से बने मफिया के पॉलिटेक्निक कॉलेज को ध्वस्त कर दिया गया। अबतक कुंटू की कुल १८ करोड़ की संपत्ति जब्त अथवा ध्वस्त की जा चुकी है। इसे देखते हुए गैंग चार्ट जिलाधिकारी द्वारा अनुमोदित किया गया है। गैंग पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए ध्रुव सिंह व उसकी पत्नी वंदना सिंह निवासी छपरा सुल्तानपुर, सहित सैकड़ों लोगों पर कार्रवाई की गई है। विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड में कोर्ट ने सजा का एलान भी कर दिया। गैंगस्टर कोर्ट ने ध्रुव सिंह समेत सात आरोपियों को आजीवन कारावास और ५०-५० हजार रुपए की सजा सुनाई है, जबकि दो फरार आरोपियों की पत्रावली को कोर्ट ने अलग कर दिया है। बता दें कि पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की साल २०१३ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में कुल १३ लोग आरोपी थे, जिसमें पुलिस और सीबीआई ने चार्जशीट फाइल की थी। कोर्ट ने ९ मई को माफिया कुंटू सिंह समेत नौ आरोपियों को हत्याकांड में दोषी करार दिया था। १९ जुलाई २०१३ को पूर्व विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू सिंह की जीयनपुर कस्बा में उनके घर के सामने बाइक सवारों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। पूर्व विधायक के भाई ने जीयनपुर कोतवाली में माफिया ध्रुव कुमार सिंह समेत कुल ११ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
(अगले अंक में पढ़ें…भारत में रहकर विदेश से रंगदारी मांगता काला जठेड़ी)