सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले एक वर्ष से मनपा में मनमाने तरीके से कामकाज चल रहा है। राज्य सरकार और मनपा प्रशासन की लापरवाही के चलते कई परियोजनाएं विलंब से चल रही हैं, जिसमें से एक अंधेरी का गोखले ब्रिज भी है। ये ब्रिज सरकार और मनपा की गड़बड़ियों के चलते लगभग ६ महीने विलंब से चल रहा है। मनपा सूत्रों की मानें तो इस परियोजना पहले को दीपावली तक पूरा होना था, लेकिन अब अगले वर्ष तक जाने की संभावना है। इतने लंबे समय के बाद अब जाकर इसके गर्डर का काम शुरू हुआ है।
जानकारों की मानें तो इस परियोजना के लिए नियुक्त ठेकेदार ने अंधेरी में गोखले पुल के लिए गर्डर असेंबली का काम शुरू कर दिया है। काम में तेजी लाने के लिए ५० टन तक सामग्री उठाने की क्षमता वाली क्रेन लगाई गई है। पिछले हफ्ते लगभग ६२ टन गर्डर्स को अंबाला पैâक्ट्री से अंधेरी साइट तक पहुंचाया गया है। जुलाई में उत्तर भारत में भारी बारिश के कारण हरियाणा के अंबाला कारखाने में जलभराव हो गया, जिससे गर्डर्स को मुंबई भेजने में देरी हुई। अब गर्डर असेंबल किया जाएगा। उनके अंतिम लॉन्च से पहले साइट पर पूरा गर्डर असेंबल किया जाएगा। इस पुल को नवंबर २०२३ तक खोलने का लक्ष्य था लेकिन यह फरवरी तक जाने की उम्मीद है।
पूर्व और पश्चिम को जोड़ने में महत्वपूर्ण
अंधेरी पूर्व और पश्चिम को जोड़ने वाला यह गोखले पुल १९७५ में बनाया गया था। ३ जुलाई २०१८ को इस पुल का एक हिस्सा ढह गया था। इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। नवंबर २०२२ से पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया था। चूंकि यह पुल अंधेरी पूर्व और पश्चिम को जोड़ने में महत्वपूर्ण है, इसलिए क्षेत्र में यातायात जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। ट्रैफिक जाम से निजात पाने के लिए मुंबई मनपा ने पश्चिम रेलवे प्रशासन के साथ मिलकर गोखले ब्रिज का काम जल्दी शुरू करने का पैâसला किया। इस काम के लिए १,२०० टन वजनी गर्डर हरियाणा के अंबाला से लाए गए हैं। अब इन गर्डरों को जोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है।