– मुल्क की तरक्की व आपसी भाईचारा के लिए मांगी गई दुआ
उमेश गुप्ता / वाराणसी
वाराणसी के ज्ञानवापी समेत जिले की सभी मस्जिदों में अकीदत व एहतराम के साथ नमाजियों ने अलविदा जुमे की नमाज अदा की। नगर के सभी मस्जिद और ईदगाह नमाजियों से भरा रहा। नमाज के बाद दुआ के लिए बारगाहे इलाही में रोजेदारों के हाथ उठे। लोगों ने रब से मुल्क में अमन-चैन और तरक्की की दुआ मांगी।
शुक्रवार सुबह से ही घरों में नमाज को लेकर उल्लास था। समय से पहले ही बड़ों संग बच्चे भी मस्जिदों में पहुंचे। पेश इमामों ने रुखसत हो रहे रमजान को लेकर तकरीर की। ज्ञानवापी में सुरक्षा के सख्त इंतजाम के बीच पहुंचे रोजेदारों ने अलविदा की नमाज अदा की। नमाज के लिए आम दिनों की अपेक्षा नमाजियों की भीड़ ज्यादा थी। नदेसर में जामा मस्जिद, लंगड़े हाफिज मस्जिद नई सड़क, शिया जामा मस्जिद दारानगर, लाट सैरया मस्जिद के अलावा पुलिस लाइन, अर्दली बाजार, दोषीपुरा, मुकीमगंज, बड़ी बाजार, पीलीकोठी, दालमंडी, हड़हा सराय, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, बजरडीहा आदि इलाकों की मस्जिदों में भी नमाज हुई।
बता दें कि शुक्रवार 1.30 बजे से ही ज्ञानवापी में नमाज अदा करने वाले रोजेदारों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर चार से प्रवेश दिया गया। नमाजी अपने घर से ही वजू करके आए तो कुछ ने मस्जिद में वजू की। अजान के बाद मस्जिद नमाजियों से भर गया। भीड़ ज्यादा होने के कारण काफी संख्या में नमाजियों को दूसरी मस्जिदों की ओर रुख करना पड़ा। जुमे की नमाज के दौरान तकरीर में उलेमाओं ने जहां रमजान की फजीलत बयान की, तो वहीं ईद की नमाज के पहले हर मोमिन से सदका-ए-फित्र की रकम गरीबों को देने की बात कही। कहा कि ईद की नमाज के पहले-पहले यह रकम अदा हो जानी चाहिए, जिससे गरीब व यतीम भी अपनी ईद मना सकें।
कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच माह-ए-रमजान के अंतिम जुमा यानी अलविदा की नमाज शुक्रवार को शहर की सभी मस्जिदों में अदा की गई। इस दौरान कमिश्नरेट के पुलिस अफसर भी सड़क पर ही नजर आए। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि आगामी त्योहारों के मद्देनजर सभी एसीपी और थानाध्यक्षों को अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए ड्यूटी करने का निर्देश दिया गया है। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म की निरंतर निगरानी कराई जा रही है। ज्ञानवापी समेत सभी मस्जिदों में सकुशल जुमे की नमाज संपन्न कराई गई। बता दें कि बांदा में माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद जुमे की नमाज को लेकर शुक्रवार की सुबह से ही कमिश्नरेट की पुलिस अलर्ट मोड ममें थी। मिश्रित आबादी वाले संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने पैरामिलिट्री फोर्स के साथ पैदल गश्त भी चल रही थी। पुलिस की ओर से लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से रहने की अपील की गई।