मुख्यपृष्ठअपराधयूपी में गुंडों की मौज, पुलिस के हौसले पस्त!

यूपी में गुंडों की मौज, पुलिस के हौसले पस्त!

-पुलिस की बंदूक छीनकर भागे बदमाश
-पुलिस के सामने गैंगस्टर कर रहे मर्डर

सामना संवाददाता / लखनऊ

यूपी में योगी सरकार अपराध खत्म होने का लाख दावा कर रही है पर सच तो यह है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे पुलिस के सामने मर्डर कर देते हैं। कई बार पुलिस के हथियार छीन लेते हैं तो कहीं पुलिस का ही मर्डर कर देते हैं। देखा जाए तो प्रदेश में पुलिस के हौसले एकदम से पस्त हो चुके हैं। ताजा घटनाक्रम में आंबेडकरनगर में बदमाशों ने पुलिस की बंदूक छीनकर भागने का प्रयास किया।
बता दें कि आंबेडकरनगर में बदमाशों की करतूत से परेशान एक छात्रा की मौत के बाद तीनों आरोपियों ने पुलिस गिरफ्त से भागने की कोशिश की। इस दौरान आरोपियों ने पुलिसकर्मियों की बंदूक छीनने की भी कोशिश की और फायरिंग भी की। इसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई में उनके पैर पर गोली मारी, जिसमें दो आरोपियों के पैर में गोली लगी। तीसरे आरोपी का भागते वक्त गिरने से पैर टूट गया। दरअसल, शुक्रवार को स्कूल से लौटते वक्त कुछ बदमाशों ने छात्रा से छेड़खानी की और उसका दुपट्टा खींच लिया था। इससे छात्रा साइकिल से सड़क पर गिर गई और गाड़ी से टक्कर के बाद उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद मामला गर्माने के बाद पुलिस ने तीनों बदमाशों को गिरफ्तार किया और उन्हें कोर्ट में पेश करने जा रही थी और उसी दौरान बदमाश पुलिस की बंदूक छीनी और भागने लगे।
बता दें कि पूर्व में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें बदमाशों ने पुलिस के हौसले पस्त कर डाले हैं। बिकरु कांड ज्यादा पुराना नहीं है जब विकास दुबे के गैंग ने आधा दर्जन से ज्यादा पुलिसवालों की हत्या कर दी थी। इसी साल प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कई पुलिसवालों के बीच कर दी गई थी। जब बदमाश गोली चला रहे थे तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी तमाशबीन बने हुए थे। हत्या के बाद उन्होंने हत्यारों को पकड़ा। इसी तरह कुख्यात मुख्तार अंसारी का करीबी गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की लखनऊ की अदालत में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उस वक्त भी वहां काफी पुलिसवाले मौजूद थे। इन घटनाओं ने यूपी के कानून-व्यवस्था की पूरी तरह से पोल खोलकर रख दी।

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