-पालघर स्थानांतरित करने की तैयारी
– २६३ तबेलों में केवल ५९ के पास लाइसेंस
सामना संवाददाता / मुंबई
महानगर मुंबई के तबेला वालों को अब सरकार जबरदस्ती यहां से हटाने की तैयारी में है। इन्हें शहर से जबरन पालघर स्थानांतरित किया जाएगा। मनपा ने इसके लिए नोटिस देना शुरू कर दिया है। मुंबई से २६३ मवेशी शेडों को स्थानांतरित करने की योजना है। इन्हें मुंबई से दूर पालघर के दपचारी गांव में आवंटित भूमि पर जाने का आग्रह किया जा रहा है। यदि तबेला मालिक इसका पालन नहीं करते हैं, तो मनपा उन पर कानूनी कार्रवाई करेगी।
रिपोर्टों के अनुसार, राज्य सरकार ने मुंबई से तबेले को हटाने के लिए बीएमसी से मदद मांगी है। मनपा द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में २६३ तबेलों की पहचान की गई है, जिनमें ९,९५९ जानवर हैं, जिनमें से केवल ५९ तबेलों के पास लाइसेंस हैं। शेष २०४ शेड अनधिकृत हैं और वर्तमान में उनमें ६,३५२ जानवर हैं।
मालाड में सर्वाधिक तबेला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पी / ईस्ट वार्ड (मालाड) में सबसे अधिक अवैध तबेला शेड हैं, जिनमें ३४ शेडों में १,६३५ जानवर हैं। उन्हें जल्द ही बीएमसी नोटिस देगी।
गोरेगांव, विक्रोली, गोवंडी, भांडुप, कुर्ला, चेंबूर, मुलुंड, अंधेरी वेस्ट, खार और बांद्रा जैसे अन्य स्थानों पर भी तबेला शेड मौजूद हैं। हालांकि, आरे कॉलोनी में तबेले वन विभाग की जमीन पर हैं और उनके पास जरूरी संसाधन हैं, इसलिए उन्हें स्थानांतरित करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि २६ जुलाई, २००५ की बाढ़ के दौरान सैकड़ों जानवरों की मौत के बाद मुंबई से जानवरों के छोटे-छोटे तबेला शेडों को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग तेज हो गई। सरकार द्वारा नियम में भी संशोधन किया गया।